Vastu Tips for money: घर की इस दिशा में रखें मटका, हमेशा बनी रहेगी बरकत
Vastu Tips for money: घर की इस दिशा में रखें मटका, हमेशा बनी रहेगी बरकत
Vastu Tips for money: वास्तु शास्त्र में घर में रखी जाने वाली हर एक चीज के सही दिशा और नियम निर्धारित किए गए हैं। हर दिशा और हर चीज में अलग ऊर्जा होती है। इस ऊर्जा पर घर का माहौल निर्धारित होता है। यदि वास्तु शास्त्र के इन नियमों का पालन किया जाए तो घर में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही खुशहाली का भी आगमन होता है। यदि इन नियमों की अनदेखी की जाए, तो दरिद्रता आने लगती है। हर व्यक्ति खुशहाल और आरामदायक जीवन जीना चाहता है, इसलिए आज हम आपको घर में रखे जाने वाले मटके से जुड़े कुछ नियम बताने जा रहे हैं।
मटके से जुड़े वास्तु नियम
– वास्तु शास्त्र में धनवान बनने के लिए आसान उपाय बताए गए हैं, जो बहुत प्रभावी हैं। इसके लिए आपको बस एक मिट्टी के मटके की जरूरत होगी।
– वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस घर में मिट्टी का मटका या सुराही होती है, वहां हमेशा मां लक्ष्मी का वास होता है। इससे घर में धन का आगमन होता है। घर में बरकत बनी रहती है। पैसों की तंगी दूर होती है। जब भी आप अपने घर में मटका रखें, तो उसमें हमेशा जल भरकर रखें।
– वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर दिशा में देवताओं का वास होता है। पानी से भरा हुआ मटका या सुराही हमेशा उत्तर दिशा में रखें। इससे देवी-देवता प्रसन्न होते हैं। घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
– उत्तर दिशा में रखे हुए मटके में हमेशा साफ जल भरकर रखें। इस पानी का उपयोग पीने और भोजन बनाने के लिए करें। यदि मटके के पानी का उपयोग ना करना चाहते हैं, तो इस पानी को पौधों में डाल सकते हैं। ध्यान रहे कि मटके के पानी को समय-समय पर बदलते रहें।
– यदि आप पानी से भरा मटका अपने किचन में रख रहे हैं और उसका उपयोग पीने में करते हैं, तो रोज शाम को तुलसी के पास दिया जलाने के बाद एक दीपक किचन में पीने के पानी के पास भी रख दें। इससे आपके घर में हमेशा बरकत बनी रहेगी।
– किचन में मटका रखते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसके आसपास चूल्हा ना हो। अग्नि और जल को कभी भी पास न रखें। यह बड़ा वास्तु दोष पैदा करता है।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’