बार-बार मुंह में छाले होना है शरीर में इन 6 समस्याओं का संकेत, जानें कैसे पाएं निजात
मुंह में छाले (Mouth Ulcers) बहुत ही कॉमन है, लेकिन अगर ये बार-बार होने लगे तो इसे सामान्य समझने की भूल नहीं करनी चाहिए, क्योंकि ये शरीर में होने वाली 6 बीमारियों का संकेत हो सकते हैं।
मुंह के छाले कई बार पेट की गर्मी या दवाओं की गमी के कारण हो जाते हैं। लेकिन अगर आपको ये छाले हमेशा होते रहें तो आपको इसे इग्नोर बिलकुल नहीं करना चाहिए। मुंह को कैंकर सोर्स (Canker Sores In Hindi) भी कहा जाता है। ये छाले न केवल खाने-पीने में दिक्कत करते हैं, बल्कि कई बार बोलने में भी दिक्कत होती है। दर्द और जलन के कारण मन चिड़चिड़ा हो जाता है। यह समस्या तब और गंभीर होती है जब ये बार-बार होने लगे।
छाले मुंह में मसूड़ों पर, गालों के आसपास, जीभ और कई बार तालु के ऊपर भी हो जाते हैं। कई मामलों में ये होंठ के बाहर तक होने लगते हैं। छोटे-छोटे और दर्दनाक दाने घाव की तरह महसूस होते हैं। ये दानें कई बार पक भी जाते हैं। हालांकि मुंह के छाले एक से दो सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं, और आमतौर संक्रामक नहीं होते हैं, लेकिन कुछ लोग इन छालों को बार-बार (Frequent Mouth Ulcers ) महसूस करते है।
मुंह में छाले होने के सामान्य कारण (Mouth Blister Normal Causes)
ब्रश करने की जल्दीबाजी में चोट लगने से कई बार मसूड़ों पर छाले नुमा घाव बन जाते हैं। या खाते समय जीभ या गाल दांत के नीचे आनेसे भी ऐसा होता है।
सोडियम लॉरिल सल्फेट युक्त टूथपेस्ट और माउथ रिंस का बहुत ज्यादा यूज करना या बार-बार यूज।
खट्टे फल या फूड्स के खाने से भी ऐसा हो जाता है।
कैफीन युक्त फूड्स जैसे चॉकलेट और कॉफी या गर्म चाय के कारण भी ऐसा होता है।
मुंह में मौजूद बैक्टीरिया या किसी का जूठा खाने से हुई एलर्जी के चलते।
महिलाओं में पीरियड्स के दौरान हार्मोनल परिवर्तन होने से।
पर्याप्त नींद न लेना औरमोशनल स्ट्रेस
बैक्टीरियल, वायरल या फंगल ंफेक्शन के कारण एंटी बॉयोटिक्स के यूज से।
इन 6 वजहों से बार-बार मुंह में होने लगते हैं छाले
शरीर में पित्त असंतुलन-अगर आप पित्त प्रकृति के हैं और आपको पित्त ज्यादा बनती है तो छाले आपको हो सकते है। पित के एसिडिटक तत्व पेट से बाहर आने के कारण ऐसा होता है। कई बार ये अल्सर होने का भी संकेत होता है।
लिवर की खराबी- अगर लिवर सही तरीके से काम नहीं कर रहा तो भी आपको छाले की समस्या होगी। लिवर से पित्त निकल कर खून में मिलने लगता है इससे शरीर में अशुद्धियां भी बढ़ती है और गर्मी भी। इसेस छाले होने लगते हैं।
माउथ कैंसर- मुंह का कैसर भी छालों के रूप में ही पहले सामने आता है। गुटका, पान या सुपारी खाने वालों में ये समस्या अगर हो तो उसे तुरंत डॉक्टर से चेक करना चाहिए।
कब्ज की समस्या या बवाासीर होना- अगर आपको गंभीर कब्ज की समस्या है या बवासरी की प्राब्लम रहती है तो ये भी आपके छालों के लिए जिम्मेदार होते हैं।
कमजोर इम्यूनिटी- इम्युनिटी जिनकी भी कमजोर होती है उनमें मुंह में छाले बार-बार होने की समस्या देखी जाती है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी ऐसा होता है।
विटामिन डिफिशियंसी- अगर विटामिन सी, बी कांप्लेक्स और जिंक की कमी से शरीर जूझ रहा है तो आपको छाले होते रहेंगे।
छालों से बचाव के कारगर घरेलू उपाय
छालों पर फिटकिरी लगांए या फिटकिरी के पानी को कुछ देर मुंह में रखकर कुल्ला करें।
एक चुटकी हल्दी या मुलेठी के पाउडर से अल्सर को साफ करें।
जीरा, धनिया, सौंफ को उबाल कर ठंडा कर पीएं।
अमरुद की पत्तियों के चबाएं।
ठंडे दूध से कुल्ला करें।