एक महीने से ज्यादा का समय बीता, दिनदहाड़े फायरिंग करने वालों का कोई सुराग नहीं

रायपुर: राजधानी रायपुर के पंडरी थाना क्षेत्र के वीआइपी करिश्मा अपार्टमेंट में इंद्रमणी कोल के अकाउंटेट विजय शेखर पांडेय के फ्लैट में दिनदहाड़े गोली चलाने वालों का सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है। एक महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है। विशेष टीम भी बनाई गई थी, लेकिन अब जांच भी रूक गई है। 11 जून की सुबह लगभग 10 से 11 के बीच में ब्रिज के ऊपर से फायरिंग की गई थी।

शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला था कि पिस्टल की जगह रायफल से गोली चलाई गई थी। हालांकि अब तक पुलिस को खाली कारतूस बरामद नहीं हो सका है। इस वजह से किस स्तर की बंदूक से गोली चली इस बात का पता नहीं चल सका है। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के डीएसपी दिनेश सिंहा का कहना है कि मामले की जांच की गई है। कुछ संदिग्ध गाडि़यों की भी पतासाजी में टीम लगी है। हालांकि गोली चलाने की पुख्ता वजह पता नहीं चला सकी है।

लेजर गन से की गई थी जांच

बैलेस्टिक एक्सपर्ट लेजर गन से भी जांच की थी। लेजर गन से गोली चलाने की दिशा और एंगल की जानकारी जुटाई गई। वहीं यह भी देखा गया कि गोली शीशा से टकराने के बाद किस दिशा में गई होगी इसकी भी जांच की गई

उस समय पर गुजरी कारों की जांचपंडरी ओवरब्रिज में सुबह 10 से 11 बजे के बीच घटना दिनांक को जितनी कार गुजरी है, उस संबंध में जानकारी जुटा कर जांच की गई है। पुलिस ने तीन किलोमीटर के दायरे के सीसीटीवी के माध्यम से जो फुटेज हासिल किए हैं। उनमें से आधा दर्जन कारों को पुलिस संदिग्ध मान कर जांच की, लेकिन सुराग अब तक नहीं मिला।

टारगेट में कोई और तो नहीं इसकी भी जांच

पुलिस यह भी जांच कर रही है कि बदमाशों के टारगेट में विजय पांडेय का फ्लैट था कि या फिर कोई और। अलग-अलग फ्लैट के लोगों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। वहीं विजय पांडेय से भी पूछताछ की गई कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी तो नहीं। हालांकि ऐसी भी बात अब तक सामने नहीं आई है।

 

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