आज का राशिफल
मेष राशि
राशि स्वामी मंगल होने से मेष राशि के जातक अग्नि तत्व से चालित होते हैं, इसलिये ये काफी उर्जावान होते हैं। हर काम को करने में ये एक विशेष प्रकार की तेजी दिखाते हैं, जिससे इनके अति उत्साही होने का संकेत मिलता है। यहि अति उत्साह कभी कभार काम बिगाड़ने का भी काम करता है। निर्भीकता इनके व्यक्तित्व का अहम गुण है निर्भय होने के साथ-साथ ये साहसी भी होते हैं, जिससे ये कठिन परिस्थितियों से निकलने में कामयाब हो पाते हैं। मेष जातक स्वाभिमानी और मेहनती होते हैं जो इन्हें उच्च पद को प्राप्त करने में मदद करते हैं। लेकिन किसी काम में निरंतरता और स्थायित्व बनाये रखने के लिये इन्हें काफी संघर्ष करना पड़ता है जिसका कारण इनके स्वभाव में निहित चंचलता होती है। ये आवेश में बहुत जल्दी आ जाते हैं। गुस्सा इनकी नाक पर तुरंत आ कर बैठ जाता है और क्षण भर में गायब भी हो जाता है।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों का बाहरी व्यक्तित्व दर्शनीय होता है। आप दिखने में सुंदर तो हैं ही साथ ही हष्ट-पुष्ट भी नजर आते हैं। चूंकि वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है इसलिये आपका झुकाव कलात्मक क्षेत्रों की ओर अधिक होता है, और तो और आप में कोई न कोई कलात्मकता, कोई न कोई रचनात्मक प्रतिभा जरूर छुपी होती है। इसके अलावा आप कला के कद्रदान व प्रशंसक होते हैं। आपका स्वाभिमान, आपकी स्वच्छंदता और शीतलता पहली नजर में देखने से ही पता लग जाती है। आपकी आंखों में एक विश्वास झलकता है। चूंकि वृषभ राशि के जातक जमीन से जुड़े होते हैं और बहुत व्यावहारिक होते हैं इसलिये ये बेवजह किसी प्रकार का जोखिम लेना पसंद नहीं करते, ये अक्सर सुरक्षात्मक रवैया अपना लेते हैं। वृष के लिए परिवार और घर बहुत महत्वपूर्ण हैं। वृषभ राशि वाले बहुत बुद्धिमान और मजाकिया स्वभाव के होते हैं, जो इन्हें मेलजोल रखने के लिए एक उत्तम व्यक्ति बनाते हैं।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातक काफी फुर्तीले और आकर्षक होते हैं। इनके राशि स्वामी बुध हैं। इसलिये आम तौर पर जातक तमाम भौतिक सुख प्राप्त करने में सक्षम होते हैं। इनका राशि चिन्ह जुड़वां हैं यह इनके द्वीस्वभाव को प्रदर्शित करता है। इनका व्यवहार बहुत ही मिलनसार होता है। विपरीत लिंगी के प्रति सामान्यतः आकर्षित होना भी इनके व्यक्तित्व का एक हिस्सा है। जातक में मौजूद द्वीस्वभाव इनके व्यक्तित्व को बहुमुखी भी बनाता है मसलन ये एक ही समय में व्यावहारिक होने के साथ साथ कलात्मक और रचनात्मक हो सकते हैं। विवेकशील कार्यों में ये विशेष रुचि लेते हैं। मिथुन जातक जिज्ञासु तो होते ही हैं साथ ही अपने बुद्धि बल से ये चतुर भी बन जाते हैं। वाकपटुता में निपुणता के साथ-साथ इनकी हाजिर जवाबी भी कमाल की होती है जो इनके स्वभाव को विनोदी बनाता है। इन तमाम गुणों के साथ इनमें असंगतता, सनकीपन भी झलकने लगता है। दरअसल इनका दोहरा व्यवहार इनके लिये कई बार सकारात्मक तो कई बार नकारात्मक साबित होता है। एक ओर ये शांत व गंभीर होते हैं तो दूसरी ओर मजाक उड़ाने में भी अधिक समय नहीं लगाते। संगत का रंग इन पर बहुत जल्दी चढ़ता है। बुरी संगत में ये बहुत बूरे हो जाते हैं तो अच्छी संगत इन्हें बहुत अच्छा बनाती है। इनके व्यक्तित्व का एक गुण मूडी होना भी है। मिथुन राशि में पैदा हुए लोग बहुत सामाजिक होते हैं और मित्र एवं परिवार के साथ समय बिताना पसंद करते हैं। व्यावहारिक होने के नाते इनके मित्र बहुतायत होते हैं और वार्तालाप करना, विचारों को समझना तथा समझना काफी पसंद करते हैं। संवाद में एक स्पष्ट प्रवाह के बिना मिथुन जातक जल्दी ही संवाद में रुचि खो देंते हैं। परिवार मकर वालों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, विशेष कर परिवार के ऐसे सदस्य जो इनके अनुरूप होते हैं। मिथुन जातकों का भाई-बहन के साथ मित्रवत व्यवहार करना बहुत आम बात है और उनके साथ बिताया गया समय इन जातकों के लिए कीमती होता है।
कर्क राशि
कर्क राशि में जन्में जातक आमतौर पर सामान्य कद-काठी के होते हैं। इस राशि के जातकों को चंद्रमा प्रभावित करता है। जातक जल तत्व द्वारा संचालित होते हैं। जातकों का राशि चिन्ह कर्क यानि केकड़ा है। इसलिये चंचलता, शीतलता, भावुकता और संवेदनशीलता इनमें कूट-कूट भरी होती है। इनके व्यक्तित्व की खासियत होती है कि अपने आस-पास ये परिवार जैसा माहौल बना लेते हैं अर्थात इनका स्वभाव काफी मिलनसार होता है। जब दोस्ती की बात आती है, तो कर्क राशि के जातक हमेशा दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए तैयार रहते हैं। ये अपने मित्रों का बहुत सम्मान करते हैं। ऐसे लोग जो घर में सामाजिक होना पसंद करते हैं, ये जातक की मित्र सूची में शीर्ष पर होते हैं। इनका सहज स्वभाव इन्हें बहुत दयालु बना देता है, लेकिन कभी-कभी इन्हें समझ पाना असंभव सा हो जाता है। ये परिवार और करिबियों के बारे में चिंता करते हैं और किसी भी चीज़ की तुलना में घरेलू सुख सुविधा को अधिक महत्व देते हैं। जातक पारिवारिक यादों को बरकरार रखने में प्रवीण होते हैं। कर्क राशि के जातक अपने जीवन के अनुभवों को अपने परिवार के साथ साझा करना पसंद करते हैं। इन्हें अपनी मिट्टी से बड़ा प्यार होता है।
सिंह राशि
सिंह जैसा कि नाम से ही आभास होता है कि इस राशि के जातक शेर के समान साहसी, निडर, मजबूत, आत्मविश्वास से भरे होते हैं। ये जहां भी रहते हैं अपनी एक विशिष्ट छाप जरुर छोड़ते हैं। जातक एक दम मुंहफट होते हैं जो महसूस करते हैं बिना किसी हिचक के सामने वाले को कह देते हैं। इनके व्यक्तित्व में एक असीम उत्साह झलकता है, ये हमेशा ऊर्जावान रहते हैं। जातक बहुत स्वाभिमानी होते हैं इनके चेहरे पर गौरवमयी तेज झलकता है। सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं। जिसके कारण जातक सामान्यत: तेजस्वी व पराक्रमी होते हैं। इनके मुखर होने की वजह से कई बार इनके करीबी भी अपमानित महसूस करते हैं लेकिन उन्हें मनाने का सामर्थ्य भी इनके अंदर होता है। रचनात्मकता, आदर्शवाद, नेतृत्व की क्षमता इनमें स्वाभाविक रुप से विकसित होती है। ये अपनी असफलताओं से भी सीखते हैं और पुन: एक नई उर्जा के साथ लक्ष्य को हासिल करने के लिये प्रयासरत हो जाते हैं। समाजिक दृष्टि से सिंह राशि वालों का व्यक्तित्व काफी संगठित होता है जिससे इनकी सामाजिक प्रतिष्ठा सम्मानजनक होती है।
कन्या
कन्या राशि के स्वामी बुध हैं। इस राशि में जन्मे जातक पढ़ने लिखने में ज्यादा रूचि रखते हैं, विवेकशील होना इनके व्यक्तित्व की विशेष खासियत है। ये बहुत ही मेहनत करने वाले होते हैं जो कुछ भी जीवन में अर्जित करते हैं अपनी मेहनत के दम पर करते हैं। इनमें गजब की प्रबंधन क्षमता होती है। हर परिस्थिति में अड़ीक होकर खड़े रहते हैं। इनका दृष्टिकोण समीक्षात्मक होता है जिस कारण बाल की खाल निकालना इनके व्यक्तित्व का विशेष गुण बन जाता है। जिसके चलते लोग इनसे बचने की कोशिश करते रहते हैं। ये अपने जीवन में व्यवस्थित होकर रहना पसंद करते हैं। इन्हें सफाई अधिक पसंद है। ये बहुत कुशल और व्यावहारिक होते हैं जिसके कारण इनके ज्यादा मित्र बनते हैं। ये न्याय प्रिय होने के कारण निष्पक्ष रुप से बहुत ही संतुलित निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं।
तुला राशि
तुला राशि के जातक एक दर्शनीय व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। इनका राशि चिन्ह तुला है जो कि इनके संतुलित होने की ओर इशारा करता है। इस राशि के जातकों में गजब का संयम होता है विपरीत से विपरीत परिस्थिति में भी अपने गुस्से पर नियंत्रण रखने की इनमें अद्भुत क्षमता होती है। इनका राशि चिन्ह इनके न्याय प्रिय होने की ओर भी संकेत करता है। ये बहुत ही मृदुभाषी होते हैं टकराव से हमेशा बचकर चलते हैं। हर विवाद को बातचीत के जरिये सुलझाने का हुनर इनमें स्वाभाविक रुप से समाहित होता है। ये बहुत ही सामाजिक होते हैं। अकेले में इन्हें बहुत अजीब लगता है लेकिन जैसे ही ये किसी के साथ मिलकर काम करते हैं तो इनका प्रदर्शन आश्चर्यजनक रुप से बेहतर होने लगता है। ये कुशल रणनीतिकार होते हैं, कूटनीति भी इनमें कूट-कूट कर भरी होती है। जातक का कोई निश्चित सिद्धांत नहीं होता मौका देखकर ये समझौता भी कर सकते हैं। ये जल्दबाजी में कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहते इसी कमी के कारण कई बार इनके काम लटके रहते हैं जिससे इन पर आलसी होने का आरोप भी लगता है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातक काफी आकर्षक एवं रहस्यात्मक होते हैं। ये अपनी योजना किसी से भी साझा नहीं करते हैं। वृश्चिक जातक के स्वामी मंगल हैं जिसके कारण इनका व्यक्तित्व दबंग एवं क्रोध युक्त होता है। इसी के चलते ये लोगों से भीड़ जाते हैं। वृश्चिक राशि के जातक स्वभाव से बहुत गंभीर और निडर होते हैं। इसके साथ ही जिद्दी भी। इनकी तीव्रता का आप अंदाजा नहीं लगा सकते। इनमें अंतर्ज्ञान की एक गहरी भावना होती है। ये बहुत जिज्ञासु प्रवृत्ति के होते हैं और कुछ न कुछ नया जानने के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं लेकिन बहुत कम ही संतुष्ट हो पाते हैं। ये दृढ़-निश्चयी और स्पष्टवादी होते हैं। इनका व्यक्तित्व काफी संदिग्ध नजर आता है परंतु जातक एक बहुत अच्छे, गहरे, ईमानदार और वफादार दोस्त की भूमिका निभाते हैं। इसके साथ ही ये एक बहुत ही क्रूर, कपटी, धूर्त व खतरनाक दुश्मन भी हो सकते हैं। ईमानदारी और निष्पक्षता वृश्चिक को एक महान मित्र बनाने वाले दो गुण हैं। ये मजाकिया और मज़ा पसंद लोगों की संगति में बेहतर महसूस करते हैं।
धनु राशि
धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं। धनु राशि में जन्में जातक उत्साही प्रवृति के होते हैं, इनके अंदर ऊर्जा की कमी नहीं होती है। लेकिन कभी कभार अति उत्साह में ये उद्देश्य से भटक जाते हैं। असुरक्षा की भावना के कारण ये निर्णय और न्याय के प्रति संदेहास्पद हो जाते हैं। इनका व्यक्तित्व काफी प्रभावशाली होता है, जो लोगों को आकर्षित करता है। ये बड़े ही परोपकारी होते हैं। यह भावना इनमें स्वाभाविक रुप से जन्म से ही होती है। इनसे किसी का दुख देखा नहीं जाता। धनु राशि के जातक ईमानदार होते हैं, अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं। उदारता भी इनके व्यक्तित्व में निहित होती है जो इन्हें साफ दिल का बनाती है। अध्ययनशील प्रवृति के होने के कारण इन्हें पढ़ने, लिखने, और अज्ञात विषयों की खोज करने में आनंद मिलता है और जातक एक अच्छे शिक्षार्थी भी होते हैं। धनु राशि का चिन्ह घोड़े और मानव शरीर का मिश्रित रुप है जिसमें नीचे का भाग घोड़े का है और कमर से ऊपर का हिस्सा मनुष्य का है। जिसने धनुष से निशाना साध रखा है। यह इनके लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है अर्थात धनु राशि के जातक लक्ष्य पटु होते हैं। एक बार किसी लक्ष्य को पाने की ठान ले तो उसे पाकर रहते हैं। इस राशि के जातक सामाजिक रुप से भी काफी सक्रिय होते हैं। जिससे समाज में इनकी अच्छी पकड़ होती है। ये हमेशा गतिशील रहने में विश्वास रखते हैं। एक जगह ठहरकर रहना इनके स्वभाव में नहीं है। नई-नई चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त कर अपने ज्ञान को बढ़ाना इन्हें अच्छा लगता है। ये ज्ञान की खोज में पूरी दुनिया घूमने की चाह रखते हैं। यदि इन्हें किसी काम को करने से रोका जाय तो ये धैर्य खोने लगते हैं जिससे इन्हें संभाल पाना मुश्किल हो जाता है। नेतृत्व करने की भी अपार संभावनाएं इनमें होती हैं, किसी भी प्रोजेक्ट या संगठन का नेतृत्व बड़ी ही कुशलता से कर सकते हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि इस राशि के जातक एक सकारात्मक सोच वाले इंसान होते हैं। परिस्थिति चाहे जैसी भी हो, जातक उसकी अच्छाई की ओर ध्यान केंद्रित करके कुछ ना कुछ अच्छी बात निकाल ही लेते हैं।
मकर राशि
मकर राशि का स्वामी शनि ग्रह है जिसे पाप ग्रह माना जाता है लेकिन शनि बहुत ही न्याय प्रिय ग्रह है जो जातक को मेहनती बनाता है और मेहनत का उचित फल भी देता है। मकर राशि के जातक बहुत ही परिश्रमी होते हैं। आसान रास्तों से नफरत करते हैं। अनुशासन इनके व्यक्तित्व का अभिन्न अंग है। हालांकि देखने में लग सकता है कि जातक घमंड़ी व सख्त लगें लेकिन वास्तव में ये बहुत ही विनम्र और खुले विचारधारा के धनी होते हैं। ये एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका को बखुबी निभाते हैं। दृढ़ संकल्पी और अत्यंत व्यावहारिक भी होते हैं। समर्पण की भावना भी इनके व्यक्तित्व में विद्यमान होती है। ये बहुत ही सहिष्णु होते हैं। आम तौर पर ये गुस्सा नहीं करते और धैर्यवान होते हैं। यदि गुस्सा आता भी है तो बहुत देर से आता है लेकिन क्रोधित होने के बाद शांत होने में इन्हें काफी समय लगता है। हर काम को जातक निस्वार्थ भाव से और अपना कर्तव्य समझकर करते हैं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के स्वामी शनि हैं। शनि को नवग्रहों में न्यायाधिपति की उपाधि प्राप्त है। इस राशि का गुण इसकी स्थिरता है। जिसके चलते जातक दृढ़ निश्चयी होते हैं। किसी चीज को करने की ठान ले तो कर के मानते हैं। यह राशि आकाश तत्व का है। कुंभ राशि वाले जातक मानवतावादी प्रवृति के होते हैं, जैसा कि इनका राशि चिन्ह भी कुंभ है जिसका तात्पर्य है इनका व्यक्तित्व काफी गंभीर और गहरा है। ये बहुत प्रगतिशील होते हैं। परोपकार की भावना इनके व्यक्तित्व का अहम हिस्सा होती है। इनकी सोच निष्पक्ष होती है और ये न्याय के पक्षधर तथा आधुनिक होते हैं। व्यावहारिकता को तवज्जो देते हैं। इनके वैचारिक खेमे में दखलंदाजी इन्हें पसंद नहीं होती। जातक स्वतंत्रता प्रिय होते हैं और इनका स्वभाव मिलनसार होता है इसलिये इनके दोस्त भी पर्याप्त संख्या में बनते हैं। कुंभ राशि के कुछ जातक काफी अलग विचारों के होते हैं। जातक किसी भी निष्कर्ष पर पंहुचने में काफी लंबा समय लेते हैं। ये बहुत ही संवेदनशील भी होते हैं इनके विचारों में दार्शनिकता का पुट भी देखने को मिलता है। कुंभ राशि वाले जातक चिंतनशील व थोड़े आत्मकेन्द्रित स्वभाव के होते हैं। इस राशि के जातको में आत्मविश्वास अधिक होता है। कुंभ राशि वाले जातक अथक परिश्रमी होते हैं, एक बार लक्ष्य निर्धारित करने के उपरांत उसे कठोर परिश्रम कर हासिल करने के बाद ही संतुष्ट होते हैं। कुंभ जातकों को अलग जीवन पसंद होता है।