अल सल्वाडोर में फुटबॉल स्टेडियम के एंट्री गेट पर धक्का-मुक्की, भगदड़ मचने से 12 लोगों की मौत और कई घायल
सल्वाडोर फुटबॉल लीग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले के दौरान स्टेडियम के एंट्री गेट पर धक्का-मुक्की के बाद भगदड़ मच गई। इस घटना में 12 लोगों मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हैं। सल्वाडोर फुटबॉल के अधिकारियों ने कहा कि यह भगदड़ उस वक्त मची जब प्रशंसकों ने एलियांज और एफएएस के बीच कुस्कटलान के मॉन्यूमेंटल स्टेडियम के प्रवेश द्वार पर धक्का-मुक्की शुरू कर दी। यह स्टेडियम राजधानी से लगभग 25 मील (41 किलोमीटर) पूर्वोत्तर में है। अलियांजा के प्रशंसक जोस एंजेल पेनाडो ने कहा, ‘मैच शाम 7:30 बजे शुरू होने वाला था लेकिन उन्होंने शाम सात बजे ही गेट को बंद कर दिया। हम अपने हाथ में टिकट होने के बाद भी मैदान के बाहर थे।’
नागरिक सुरक्षा निदेशक लुइस अमाया ने कहा कि लगभग 500 लोगों का इलाज किया गया और लगभग 100 को अस्पतालों में ले जाया गया। अस्पतालों में ले जाए गए घायलों में से कम से कम 2 की हालत गंभीर है। सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले के प्रेस कार्यालय से जारी बयान में कहा गया, ‘एल साल्वाडोर शोक में है।’ इस बयान में कम से कम 12 लोग मारे जाने की पुष्टि की गई।
सुरंग से बाहर निकाले गए घायल लोग
फीफा के अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो ने रविवार को जिनेवा में विश्व स्वास्थ्य संगठन की बैठक में भाषण में कहा, ‘मैं निश्चित रूप से इस दुखद घटना के लिए अल सल्वाडोर के सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं।’ मैच के लगभग 16 मिनट बाद खेल को स्थगित कर दिया गया और घायलों को एक सुरंग से बाहर निकालकर मैदान पर लाया गया। स्थानीय टेलीविजन ने एलियांज के प्रशंसकों की ओर से भगदड़ की तस्वीरें प्रसारित कीं। दर्जनों प्रशंसकों का मैदान पर भी उपचार किया गया।
धक्का-मुक्की होने से मची भगदड़
अल सल्वाडोर के प्रथम डिविजन फुटबॉल के अध्यक्ष पेड्रो हर्नांडेज ने कहा कि शुरुआती सूचना के अनुसार भगदड़ इसलिए मची क्योंकि प्रशंसक एक प्रवेश द्वार से धक्का-मुक्की करके स्टेडियम के अंदर घुसने लगे। एक अज्ञात वालंटियर ने बताया, ‘यह प्रशंसकों का हुजूम था जो द्वार पर चढ़ गया था। कुछ लोग अब भी सुरंग में फंसे हुए हैं। कुछ लोग स्टैंड और फिर मैदान पहुंचने में सफल रहे।’ सल्वाडोर फुटबॉल महासंघ ने बयान जारी करके कहा कि जो भी हुआ उसका उन्हें खेद है और उन्होंने पीड़ितों के परिवार के प्रति संवेदना जाहिर की।