आज से शुरू हो रहा है पौष माह, जानें इसका खास महत्व और नियम
हिंदू पंचांग के अनुसार आज से पौष महीने की शुरुआत हो रही है। यह हिंदू पंचांग के दसवां महीना है। मार्गशीर्ष मास के बाद आने वाले पौष माह का खास महत्व है। यह महीना ऊर्जा और तेज के प्रतीक भगवान सूर्य को समर्पित है। पौष महीना शुभारंभ 9 दिसंबर से हो चुका है जो 6 जनवरी तक चलेगा। आइए जानते हैं पौष मास और इसका खास महत्व-
पौष मास में पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पुष्य नक्षत्र में होता है इसीलिए इस मास को पौष मास कहते हैं। इस मास में सूर्य की उपासना करने बेहद शुभ होता है। पौष मास में सुबह उठकर स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए। धर्मिक मान्यताओं के अनुसार इस महीने में पिंडदान करने का विशेष महत्व है।
नियम –
पौष मास में कोई भी नया काम नहीं शुरू करना चाहिए यदि किसी कारणवश आपको कोई नया काम शुरू करना पड़ रहा है तो कार्य शुरू होने से पहले सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करें, उन्हें बेलपत्र अर्पित करें। बेलपत्र के जड़ और लकड़ी को लाल धागे में बांधकर गले में डाल लें। पौष मास में लाल वस्त्र धारण करना बेहद शुभ माना जाता है। गरीब को अरहर की दाल व चावल की बनी खिचड़ी दान करें। पौष मास में देसी घी का दान करना काफी उत्तम माना जाता है।