विटामिन बी 12 और डी की कमी से दिखते हैं ये लक्षण
सवाल मेरी उम्र 24 वर्ष है। हाथ-पैर की मांसपेशियों में बहुत ऐंठन रहती है। ऐसा तब ज्यादा होता है, जब मैं थोड़ा पैदल चलता हूं या देर से खाना खाता हूं। हाथ-पैर में झनझनाहट भी रहती है। मुझे क्या करना चाहिए?
जवाब अगर आप शाकाहारी हैं तो एक बार विटामिन डी-3 , विटामिन बी 12 और कैल्शियम की जांच करा लें। इसके अलावा नींद का ध्यान रखें। कभी-कभी लंबे समय तक नींद पूरी न होने से भी ऐसा होता है। कुछ समय नियमित धूप में बिताएं। आपकी उम्र में मांसपेशियों में अकड़न की समस्या आमतौर पर विटामिन की कमी से होती है। अगर परिवार में बीपी और शुगर का इतिहास है तो ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच भी जरूर करा लें।
सवाल मेरे बेटे की उम्र 12 साल है। वह जब भी स्कूल से घर वापस आता है तो पैरों में दर्द और थकान की शिकायत करता है। हमें क्या करना चाहिए?
जवाब बढ़ते बच्चे कई बार ऐसी शिकायत करते हैं। बच्चे को पौष्टिक भोजन खाने को दें। इसके अलावा मोबाइल कम करने को कहें। मोबाइल ज्यादा देखने के कारण बच्चे बाहर नहीं खेलते। शारीरिक गतिविधियों में भाग लेना, बच्चों की मांसपेशियों को मजबूती देता है। अगर ये सब ठीक है तो एक बार सीरम कैल्शियम, विटामिन डी, बी 12 व आयरन की जांच करवा लें।
सवाल मेरी उम्र 29 साल है। पिछले महीने से मैं कुछ बदलाव महसूस कर रहा हूं। मुझे प्यास बहुत लगती है। बहुत पानी पी रहा हूं तो बार-बार पेशाब जाना पड़ता है और मांसपेशियों में दर्द महसूस होता है। खासकर, सुबह के समय शरीर में भारीपन लगता है। क्या कारण हो सकता है?
जवाब यह एक जरूरी सवाल है। सबसे पहले अपना खान-पान सही करें। टाइम पर खाना नहीं खाना या फिर जंक फूड, चटपटी और मसालेदार चीजें ज्यादा खाने के कारण भी ये लक्षण सामने आ सकते हैं। समय पर सोने की कोशिश करें। अगर जीवन शैली में बदलाव करने के बाद भी समस्या बनी रहती है तो एक बार शुगर की जांच करवा लें।
सवाल मेरे बच्चे की उम्र 14 साल है। उसके पैर के पंजों और हथेलियों में पसीना खूब आता है। गर्मियों में ऐसा ज्यादा होता है। केवल हथेली और पंजे में बहुत पसीना आ रहा होता है। क्या करना चाहिए? क्या यह कोई बड़ी समस्या है?
जवाब जो लक्षण आप बता रहे हैं, फिलहाल उसको देखते हुए यह बड़ी समस्या नहीं लग रही है। बच्चों में बहुत बार ऐसा तनाव के कारण भी होता है। बच्चे से जानिए कि उसे कोई चीज परेशान तो नहीं कर रही। सही खान-पान और नियमित व्यायाम और खेलकूद के लिए प्रेरित करें। समस्या अगर बनी हुई है तो एक बार थायरॉइड की जांच करा लें।