5 दिन बाद लगने वाला है चंद्र ग्रहण, जानें किन राशियों की खोलेगा किस्मत, किसके लिए भारी

नई दिल्ली. इस साल 8 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा को चंद्र ग्रहण लगेगा। ग्रण शाम के समय लगेगा और इसके सूतक 9 घंटे पहले शरू हो जाएंगे। चंद्रग्रहण 08 नवंबर 2022, मंगलवार को है। चंद्रग्रहण 08 नवंबर को शाम 05 बजकर 32 मिनट से आरंभ होगा और शाम 06 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्रग्रहण का सूतक सुबह 08 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगा और सूतक काल शाम 06 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्रग्रहण भारत में कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची, गुवाहाटी आदि स्थानों पर देखा जा सकेगा। दुनिया में देव दीपावली के अगले दिन चंद्रग्रहण उत्तरी और पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, हिन्द महासागर, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में देखा जा सकेगा। इस ग्रहण का धार्मिक प्रभाव रहेगा, इसलिए सतूक काल में मंदिरों के पट बंद कर दिए जाएंगे। ग्रहण का विभिन्न राशियों पर भी प्रभाव पड़ता है। आइए जानें इस  चन्द्र-ग्रहण का मेष से मीन लग्न तक के सभी जातको पर पड़ेगा प्रभाव
मेष :- मानसिक चिंता में वृद्धि, दैनिक रोजगार को लेकर तनाव , दांपत्य एवं प्रेम संबंधों में टकराव या तनाव , माता एवं पिता को कष्ट। पराक्रम, सम्मान एवं परिश्रम में वृद्धि।

वृष :-पराक्रम वृद्धि, भाई बंधुओं को लेकर तनाव, गृह एवं वाहन सुख को लेकर तनाव, आंतरिक शत्रुओं में वृद्धि परंतु विजय । मानसिक चिंता , भाग्य का साथ । दाम्पत्य एवं प्रेम संबंधों में सकारात्मक प्रगति।

मिथुन:- आय एवं आय के साधनों में वृद्धि, संतान पक्ष को लेकर थोड़ी चिंता, सम्मान एवं परिश्रम में वृद्धि ,वाणी की तीव्रता में वृद्धि । गृह एवं वाहन सुख में वृद्धि । जीवन साथी एवं प्रेम संबंधों में सुधार।

कर्क :- मन अशांत , स्वास्थ्यगत समस्या ,अकारण तनाव । धन, सम्मान एवं नौकरी में वृद्धि। विद्या में अवरोध। शत्रु विजय। माता एवं पिता को लेकर चिंता। जीवन साथी एवं प्रेम संबंधों में प्रगति।

सिंह :- सरकारी या उच्चाधिकारी से तनाव। गृह एवं वाहन सुख वृद्धि। आय एवं लाभ में वृद्धि । मनोबल एवं स्वास्थ्य अचानक कमजोर। पेट व पैर की समस्या। विवाद से बचें। दाम्पत्य एवं प्रेम संबंध सामान्य।

कन्या :- धन वृद्धि। वाणी की तीव्रता में वृद्धि। दाम्पत्य सुख एवं प्रेम संबंध में वृद्धि । पराक्रम वृद्धि । विद्या में प्रगति । आय के साधनों में थोड़ा तनाव।  माता के स्वास्थ्य में सुख में कमी।

तुला :- धन एवं पराक्रम में वृद्धि । मानसिक चिंता एवं झल्लाहट में वृद्धि । माता को कष्ट । दाम्पत्य एवं प्रेम संबंधों में तनाव । परिश्रम में अवरोध। गृह एवं वाहन सुख में वृद्धि। पेट व पैर में कष्ट। आंतरिक शत्रुओं में वृद्धि।

वृश्चिक:- मनोबल एवं स्वास्थ्य को लेकर मन अप्रसन्न। धन वृद्धि एवं खर्च वृद्धि । अचानक यात्रा खर्च में व्रद्धि । विद्या एवं डिग्री में प्रगति । संतान को लेकर चिंता खत्म ।पराक्रम वृद्धि। दांपत्य सुख एवं प्रेम संबंधों में तनाव या खर्च की स्थिति।

धनु:- धनागम के नए स्रोत में वृद्धि। सम्मान एवं सुख में वृद्धि। क्रोध में अचानक वृद्धि। दाम्पत्य सुख एवं प्रेम संबंधों में तनाव। विद्या एवं अध्ययन में अवरोध। व्यापारिक विस्तार । माता एवं पिता को कष्ट। संतान को लेकर मन बेचैन।

मकर:- मनोबल एवं स्वास्थ्य में सुधार। सीने की तकलीफ एवं घबराहट । जीवनसाथी एवं प्रेम संबंधों को लेकर मन अप्रसन्न । आय के साधनों में अवरोध । संतान एवं शिक्षा को लेकर चिंता। माता एवं पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता।

कुम्भ:- प्रतियोगिता एवं शत्रु विजय। व्यय में वृद्धि। सम्मान में वृद्धि। यात्रा खर्च में वृद्धि। धनागम एवं आर्थिक लाभ में वृद्धि । गृह एवं वाहन को लेकर चिंता। जीवन साथी एवं प्रेम संबंधों को लेकर को कष्ट या तनाव। पेट एवं आंतरिक समस्या ।

मीन:- संतान के प्रति चिंता। मनोबल उच्च एवं विद्या में अवरोध। कार्यो में भाग्य का साथ। भाई, बहनों एवं मित्रो से कष्ट। पराक्रम एवं सम्मान में अवरोध । पेट एवं पेशाब की समस्या। वाणी तीव्र एवं धनागम के स्रोत में वृद्धि ।

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