दीपावली के दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है,मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है
दीपावाली को हिंदुओं का सबसे बड़ा त्यौहार के रूप में सबसे बड़े त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार इस साल 24 अक्टूबर को दीपावली का त्यौहार मनाया जाएगा। इस दिन घर में भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। दीपावली के दिन लक्ष्मी की विशेष कृपा पाने के लिए यदि हम वास्तु शास्त्र को ध्यान में रखकर घर की साज-सज्जा करते हैं तो मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। 5 दिनों तक चलने वाली इस त्योहार की शुरुआत धनतेरस के दिन से हो जाती है जो गोवर्धन पूजा के बाद समाप्त होती है। दीपावली के करीब 1 महीने पहले से ही घर में घर घर में सभी लोग इसकी तैयारियों में लग जाते हैं।
1. समय घर की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। हर साल दिवाली के शुभ अवसर पर बहुत सारे लोग अपने घर की दीवारों को पेंट भी करवाते हैं। दीपावली के समय घर की साफ- सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। माना जाता है कि मां लक्ष्मी को साफ-सफाई बेहद पसंद है और वह ऐसे ही घर में जाना पसंद करती है जहां साफ -सफाई हो। ऐसे में दीपावली के समय घर की साफ- सफाई करते वक्त जमा कबाड़ को बाहर निकल देना चाहिए।
2. दीपावली के समय घर की साफ -सफाई करते वक्त ईशान कोण का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार ईशान कोण में देवताओं का वास होता है। घर की सफाई करते वक्त ईशान कोण की अच्छे से साफ सफाई करनी चाहिए। उस कोण में कोई भी फालतू समान नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती है।
3. किसी भी घर में अंदर जाते वक्त सबसे पहले हमारा ध्यान उस घर के मेन गेट पर पड़ता है। ऐसे में यदि हम घर के मेन गेट को बहुत अच्छे से सजा कर रखें तो घर में आने वाले सभी लोगों को गेट की सजावट पसंद आ सकती है और अंदर आते वक्त उन्हें अंदर से खुशी का अनुभव होगा। वास्तु शास्त्र के अनुसार दीपावली के समय घर के मेन गेट पर मां लक्ष्मी की फोटो या चिन्ह लगाना चाहिए। घर के गेट पर स्वस्तिक का चिन्ह जरूर बनाएं ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
4. ईशान कोण को दीपावली के समय बिल्कुल खाली और साफ सुथरा होना बेहद जरूरी है। यदि आपके घर में कोई भारी सामान ईशान कोण में रखा हुआ है तो उसे तुरंत वहां से हटा दें और उस स्थान को देवताओं के लिए साफ -सुथरा बनाकर रखें।