15 दिन में लागू होगा सरकार का ये नया नियम; आप भी जानें

नई दिल्ली. दूरसंचार विभाग (DoT) ने SMS (शॉर्ट मैसेज सर्विस) के लिए नया नियम जारी किया है। नए नियम के तहत दूरसंचार विभाग ने रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया समेत सभी टेलीकॉम ऑपरेटरों को सिम एक्सचेंज या अपग्रेड की प्रक्रिया के दौरान एसएमएस सुविधा (इनकमिंग और आउटगोइंग दोनों) बंद करने का आदेश दिया है। नए सिम कार्ड के एक्टिवेशन के 24 घंटे के लिए एसएमएस सर्विसेस बंद कर दी जाएंगी। विभाग ने दूरसंचार सर्विस प्रोवाइडर्स को नया नियम लागू करने के लिए 15 दिन का समय दिया है।

नए नियम के मुताबिक सिम कार्ड या नंबर बदलने की रिक्वेस्ट मिलने के बाद टेलिकॉम ऑपरेटर्स को कस्टमर्स को रिक्वेस्ट का नोटिफिकेशन भी भेजना होगा। सिम कार्ड धारक को आईवीआरएस कॉल के माध्यम से रिक्वेस्ट की पुष्टि करनी होगी। ऑथेंटिकेशन प्रोसेस इस बात की पुष्टि करेगी कि रिक्वेस्ट अथॉराइज्ड सिम कार्ड धारक से किया गया है न कि किसी स्कैमर द्वारा। यदि ग्राहक किसी भी समय सिम कार्ड अपग्रेड रिक्वेस्ट को अस्वीकार करता है, तो टेलीकॉम ऑपरेटरों को सिम अपग्रेड प्रक्रिया को तुरंत रोकने के लिए कहा गया है। सिम स्विच स्कैम और अन्य संबंधित साइबर क्राइम के जोखिम को कम करने के लिए नए दिशानिर्देश लागू किए गए हैं।

क्या है सिम स्वैप फ्रॉड?

बैंकिंग सहित विभिन्न सर्विसेस का लाभ उठाने के लिए ग्राहकों के लिए मोबाइल नंबर एक महत्वपूर्ण आईडेंटिटी नंबर बन गया है। सिक्योरिटी पासकोड और डेटा जैसे ट्रांजैक्शन मैसेज, फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन के लिए वन टाइम पासवर्ड, नेटसिक्योर कोड सभी हमारे मोबाइल नंबर से जुड़े होते हैं। हम ट्रांजैक्शन शुरू करने, बैंक ट्रांजैक्शन को ट्रैक करने और यहां तक ​​कि ट्रांजैक्शन सर्विसेस का लाभ उठाने के दौरान टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के एक तरीके के रूप में मोबाइल एसएमएस का उपयोग करने के लिए इन पासकोड का उपयोग करते हैं।

स्कैमर इन ओटीपी नंबरों तक पहुंचने के लिए एक ही मोबाइल नंबर के साथ डुप्लीकेट सिम कार्ड प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। वे खोए हुए सिम या सुविधा के बहाने मोबाइल ऑपरेटरों से संपर्क करते हैं और उसी नंबर का नया सिम कार्ड ले लेते हैं। एक बार नया सिम एक्टिवेट हो जाने के बाद, वे पीड़ित के मोबाइल नंबर पर कंट्रोल प्राप्त कर लेते हैं और सभी गोपनीय ओटीपी नंबरों और संदेशों तक पहुंच प्राप्त कर लेते हैं। इस तरह हैकर्स पीड़ित के अकाउंट से खुद के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर रहे हैं।

नए गाइडलाइन्स के साथ, अब यूजर्स को संभावित धोखाधड़ी के लिए सतर्क करते हुए सिम बदलने का रिक्वेस्ट होने पर नोटिफिकेशन प्राप्त होगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button