गौरेला पेंड्रा मरवाही/जिले का फरियादी पैसा निकालने जाते वक्त सहायक के पास चेक बुक रख दिया करता था जो अबकी बार खाते से ₹65 हजार निकाल लिया है दूसरे मामले में प्रार्थी कंवल सिंह उईके द्वारा लिखित आवेदन पेश किया जलेश बसंत जो एसबीआई कियोस्क संचालक हैं पैसा निकालने के नाम अंगूठा निशान लगावाकर सर्वर डाउन बोल दिया साथ ही इस प्रकार से कई बार अंगूठा लगाकर पैसा निकाल लेता था हमेशा सर्वर डाउन हैं बहाना बना देता था प्रार्थी बैंक में जाकर अपने बचत खाता का स्टेटमेंट निकाला जिसमें विभिन्न प्रकार के अलग-अलग अवधि में कुल राशि 14702/- रूपये एंव जमा करने हेतु दिये 5000/- रूपये की राशि को धोखा देकर निकाल लिया जिसपर थाना में अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया थाना प्रभारी गौरेला के द्वारा घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई, *पुलिस अधीक्षक जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही यू. उदय किरण* द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्चना झा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अशोक वाडेगावकर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी गौरेला को प्रकरण में आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
परिपालन में निरीक्षक युवराज तिवारी थाना प्रभारी गौरेला के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच की गई शक के आधार पर शिवकुमार निवासी गोरखपुर से पूछताछ किए जिसमें शिव कुमार द्वारा बताया गया कि अखिलेश बसंत के कहने पर उसके द्वारा चेक बुक देने पर मेरे द्वारा चेक में ₹640000 की रकम लिखकर अखिलेश को दिया जिसे अखिलेश बसंत के द्वारा विड्रॉल किया गया उसमें से ₹20000 शिव को प्राप्त हुआ बाकी ₹620000 अखिलेश अपने पास रख लिया जिस पर शिवकुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया मुख्य आरोपी अखिलेश बसंत फरार था जिसे तकनीकी आधार पर साइबर सेल एवं गौरेला पुलिस की टीम द्वारा पकड़ा गया पूछताछ करने पर जुर्म स्वीकार किया उधारी पटाने के लिए इस प्रकार का धोखाधड़ी करना बताया। आरोपी अखिलेश बसंत को गिरफ्तार कर लिया गया है।इसी प्रकार दूसरे मामले में आरोपी जलेश बसंत पिता लखन बसंत साकिन सेमरा गौरेला-घटना में धोखाधड़ी की राशि 500/- रूपये एंव प्रयुक्त 01 नग लैपटॉप,बायोमैट्रीक रजिस्टर एवं 500 रुपये को जप्त कर कब्जे पुलिस लिया गया।
दोनों प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक प्रवीण द्विवेदी साइबर सेल प्रभारी,निरीक्षक युवराज तिवारी थाना प्रभारी गौरेला,उप निरीक्षक योगेश अग्रवाल,सहायक उप निरीक्षक राम निवास राठौर,आरक्षक सन्नी कोशले,आरक्षक कौशलेंद्र बघेल एवं साइबर सेल से आरक्षक राजेश शर्मा,रामलाल खुराना,रवि त्रिपाठी,चौपाल की भूमिका रही।