4 राशियों की किस्मत का खुलेगा ताला, होगा ‘मंगल ही मंगल’
नई दिल्ली. वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह का विशेष महत्व माना जाता है। इस ग्रह को शनि देव के रूप में जाना जाता है। सभी ग्रहों में इसकी चाल सबसे धीमी मानी जाती है। शनि को एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने में करीब ढाई साल का समय लग जाता है। इस तरह से शनि को अपना राशि चक्र पूरा करने में करीब 30 सालों का समय लगता है। जिस तरह से शनि का राशि गोचर लोगों के जीवन को प्रभावित करता है उसी तरह से शनि का वक्री होना भी आम जनजीवन को प्रभावित करता है। शनि 5 जून से वक्री चल रहे हैं। पूरे 141 दिन तक वक्री रहने के बाद ये 23 अक्टूबर को मार्गी अवस्था में आएंगे। जानिए ये अवधि किन राशि वालों के लिए शानदार साबित होगी।
मेष राशि: इस राशि वालों के लिए शनि की वक्री चाल शुभ साबित होगी। करियर में सफलता मिलेगी। जो लोग नौकरी बदलने की सोच रहे हैं उनके लिए समय काफी अनुकूल दिखाई दे रहा है। शनि देव की कृपा से कोई अच्छा अवसर मिलने के योग बनेंगे। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। अधूरी इच्छाएं पूरी होंगी। खासतौर से आईटी और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए समय काफी शुभ रहने वाला है।
वृश्चिक राशि: करियर में उन्नति मिलेगी। जिस कार्य को कर रहे हैं उसमें अपार सफलता मिलेगी। नौकरी और व्यापार दोनों के लिए समय अनुकूल है। निवेश से अच्छा धन अर्जित होने के योग बन रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलेगी।
धनु राशि: शनि की कृपा से आप अच्छा लाभ प्राप्त करने में सफल रहेंगे। जो लोग सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए समय अच्छा है। सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। व्यापारी जातकों को धन लाभ के योग बन रहे हैं। भविष्य के लिए अच्छा निवेश करेंगे। अलग-अलग क्षेत्रों से सफलता अर्जित हो सकेगी।