मकर, कुंभ और मीन वाले शनि जयंती पर करें ये खास उपाय, शनि साढ़े साती से मिलेगी राहत
नई दिल्ली. शनि साढ़े साती का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जिन पर शनि की ये दशा बुरी होती है उन्हें तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं जिन पर शनि साढ़े साती का शुभ प्रभाव पड़ता है वो लोग लाइफ में खूब तरक्की करते हैं। शनि अपनी इस दशा के दौरान लोगों को उनके कर्मों का ही फल देते हैं। हर व्यक्ति चाहता है कि शनि की उन पर शुभ दृष्टि ही पड़े। जिसके लिए लोग कई तरह के उपाय भी करते हैं। बता दें शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए शनि जयंती (Shani Jayanti) का दिन बेहद खास माना जाता है। जानिए इस दिन किन उपायों को करने से शनि साढ़े साती के बुरे प्रभावों से बचा जा सकता है।
शनि जयंती के उपाय: मकर, कुंभ और मीन वालों पर इस समय शनि साढ़े साती चल रही है। इन तीनों राशियों के लिए शनि जयंती का दिन यानी 30 मई का दिन खास होने वाला है। ज्योतिष अनुसार अगर इन राशियों के जातक इस दिन कुछ विशेष उपाय करते हैं तो इन्हें शनि साढ़े साती की पीड़ा से काफी हद तक मुक्ति मिल सकती है। आगे जानिए क्या हैं ये उपाय।
तिल, तेल और छायापात्र दान: शनि जयंती पर जरूरतमंदों का कुछ न कुछ दान जरूर करें। कहते हैं दान करने से शनि ग्रह शांत होता है। इस दिन छायापात्र दान भी करें। इसके लिए एक मिट्टी का या स्टील का बर्तन लें उसमें सरसों का तेल लें और उसमें अपनी परछाई देखें। फिर उसे दान कर दें।
धतूरे की जड़ धारण करें: शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए धतूरे की जड़ को धारण करने की सलाह दी जाती है। धतूरे की जड़ को अपने गले या हाथ में बांधें। फिर शनि देव की अराधना करें।
सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें: सात मुखी रुद्राक्ष शनि ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए इसको धारण करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। इससे शनि साढ़े साती से भी राहत मिलती है।
भगवान हनुमान की करें पूजा: शनि जयंती पर शनि देव के साथ भगवान हनुमान की पूजा भी करें। कहते हैं जो इस दिन हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करता है उसे शनि साढ़े साती से राहत मिल जाती है।
शनि का वैदिक मंत्र-
ॐ शं नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।
शं योरभि स्त्रवन्तु न:।।
ॐ शं शनैश्चराय नमः।।
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।