महालेखाकार दफ्तर में नौकरी पाने जमा की फर्जी मार्कशीट, छत्तीसगढ़ रणजी टीम के कप्तान हरप्रीत सिंह पर FIR
रायपुर.छत्तीसगढ़ रणजी क्रिकेट टीम के कप्तान हरप्रीत सिंह भाटिया के खिलाफ सरकारी नौकरी के लिए फर्जी मार्कशीट का उपयोग करने का मामला उजागर हुआ है। महालेखाकार कार्यालय की शिकायत पर रायपुर के विधानसभा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। एफआईआर दर्ज होने के बाद से हरप्रीत फरार हो गए हैं। दस्तावेजों की जांच के बाद बुंदेलखंड विवि ने हरप्रीत सिंह को मार्कशीट जारी नहीं होना बताया है। हरप्रीत का आईपीएल में भी चयन हुआ था। केस दर्ज होने के बाद पुलिस हरप्रीत के दुर्ग-भिलाई के ठिकानों पर दबिश दे सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार महालेखाकार कार्यालय में लेखापाल की भर्ती के लिए आवेदन मंगाया गया था। क्रिकेट हरप्रीत सिंह भाटिया 2015 से सीनियर परीक्षा अधिकारी भारतीय लेखा एवं लेखा परीक्षा विभाग कार्यालय महालेखाकार विधानसभा में कार्यरत है। भाटिया ने 2014 में महालेखाकार ऑफिस में खेल कोटे से भर्ती के लिए आवेदन किया था। उसने अपने दस्तावेजों के साथ बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी से बी काम अंतिम वर्ष 2014 (ग्रेजुएशन) की मार्कशीट जमा की थी। खेल कोटे और शिक्षा के आधार पर उसका लेखापाल पद पर चयन हो गया।
बुंदेलखंड विवि ने कहा- पंजीयन ही नहीं, मार्कशीट फर्जी
शासकीय नियमों के तहत उसके दस्तावेज की जांच कराई गई तो वह फर्जी निकली। हरप्रीत की ग्रेजुएशन मार्कशीट भी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी भेजी गई। वहां से रिपोर्ट भेजी गई कि हरप्रीत भाटिया अंतिम वर्ष-2014 अनुक्रमांक 74676 विश्वविद्यालय के गोपनीय रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है। संलग्न मार्कशीट फर्जी है। इसे विश्वविद्यालय द्वारा जारी नहीं किया गया है। सच्चाई सामने आने के बाद महालेखाकार के अफसरों द्वारा विधानसभा पुलिस थाने शिकायत की गई। जांच के बाद क्रिकेटर पर 12 मई को अपराध दर्ज किया गया है। विधानसभा थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत के बाद धारा 420, 468, 467, 469, 470 और 471 में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस हरप्रीत की तलाश कर रही है।
धोखाधड़ी करने वाले हरप्रीत का क्रिकेट करियर
बता दें कि हरप्रीत सिंह भाटिया साल 2016-2017 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के सर्वाधिक रन स्कोरर थे। 4 मुकाबलों में 145 के स्टाइक रेट से उन्होंने 211 रन बनाए थे। इसी तरह विजय हजारे ट्रॉफी में भी हरप्रीत सिंह भाटिया ने 629 रन बनाकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा था। आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स समेत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम में रह चुके हरप्रीत सिंह छत्तीसगढ़ रणजी टीम के कप्तान हैं। फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद चर्चाओं का बाजार भी काफी गर्म है।