Pakistan Attack: चैंपियंस ट्रॉफी से पहले पाकिस्तान में एक और आत्मघाती हमला, 11 सैनिकों की मौत, तालिबान ने ली जिम्मेदारी
पाकिस्तान में इस साल 653 आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें 1000 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इसी महीने 9 नवंबर को क्वेटा में रेलवे स्टेशन पर भी आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें 24 लोग मारे गए थे। यह हमला भी सैनिकों को निशाना बनाकर किया गया था।
HIGHLIGHTS
- खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सेना को बनाया गया निशाना
- हाफिज गुल बहादुर समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली
- 2022 से अब तक ऐसे हमलों में 900 सैनिक मारे गए
एजेंसी, इस्लामाबाद (Terror Attack on Pakistan)। पाकिस्तान में बुधवार को एक और आतंकी हमला हुआ। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में विस्फोटक से लदे वाहन में विस्फोट से 11 सैनिकों की मौत हो गई। कई जख्मी हैं। मृतकों की संख्या कहीं-कहीं 17 बताई गई है।
पाकिस्तानी तालिबान से अलग हुए गुट हाफिज गुल बहादुर समूह ने इसकी जिम्मेदारी ली है। बता दें, पाकिस्तान में अगले साल फरवरी में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है। इससे पहले एक के बाद एक आतंकी हमलों के कारण भारत के अलावा अन्य टीमें भी आने से इनकार कर सकती हैं।
पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ने उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में एक सुरक्षा चौकी पर विस्फोटक से भरे वाहन में विस्फोट कर दिया, जिसमें कम से कम 11 सुरक्षा बल मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
लगातार आतंकियों के निशाने पर पाक सेना
- यह हमला हाल के महीनों में सबसे घातक बताया जा रहा है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का बन्नू जिला अशांत माना जाता है। यहां पाकिस्तानी तालिबान का असर है। यहां पहले भी हमले हो चुके हैं।
- सरकार की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई, लेकिन सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों ने कहा कि सेना की टुकड़ी ने इस इलाके में आतंकियों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा था।
- बता दें, नवंबर 2022 से पाकिस्तान में हिंसा में लगातार वृद्धि देखी गई है, जब पाकिस्तानी तालिबान ने इस्लामाबाद में सरकार के साथ एक महीने का संघर्ष विराम समाप्त कर दिया था।
चैंपियंस ट्रॉफी पर पड़ेगा असर
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी की दावेदारी लेने के बेकरार है। यदि किसी कारण से यह आयोजन पाकिस्तान में नहीं हुआ, तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को भारी आर्थिक नुकसान होगा।
बता दें, सुरक्षा कारणों से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पहले ही टीम को भेजने से इनकार कर चुका है। इसके बाद से बीसीसीआई और पीसीबी के बीच तनातनी चल रही है। फैसला आईसीसी को करना है।