टोकन सिस्टम शुरू, कुर्सियां, पंखे, वाटर कूलर लगे, लाइन की बाध्यता हुई खत्म,सिम्स में दवा लेने के लिए लगनी वाली लंबी लाइन से मिली निजात
टीम ने परेशानियों को सामने रखते हुए खबर तैयार किया। वही इस खबर से सिम्स के जिम्मेदार अधिकारियों की आंख खुली और अपनी जांच में माना कि दवा लेने में मरीजों को दिक्कत हो रहा है। ऐसे में डीन डा़ रमणेश मूर्ति ने तत्काल अव्यवस्था दूर करने के निर्देश दिए। इसके बाद महज 24 घंटे में ही व्यवस्था को पटरी में लाने का काम किया गया।
HIGHLIGHTS
- दवा के लिए लाइन में खड़े होने वाले मरीजों की ली गई सूध
- लाइन में लगने की बाध्यता को खत्म करने हुए दवा लेने वाले मरीजों की बड़ी राहत दी।
- दवा वितरण केंद्र को अस्पताल भवन से बाहर परिसर में स्थापित कर दिया गया।
बिलासपुर। सिम्स (छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान केंद्र) में निश्शुल्क दवा वितरण केंद को लेकर नई व्यवस्था ही दवा लेने वाले मरीजों के लिए आफत बन गई थी, मरीजों को दवा लेने के लिए घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ रहा था, जिसने मरीजों की परेशानी बढ़ाकर रख दी थी,
वही इस खबर को ..नई व्यवस्था ही बन गई अव्यवस्था, दवाओं के लिए घंटों लाइन में शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई और मरीजों को होने वाली समस्या को सामने लाया गया। वही इस खबर के बाद सिम्स प्रबंधन जागा और तत्काल ही टोकन सिस्टम शुरू कर लाइन में लगने की बाध्यता को खत्म करने हुए दवा लेने वाले मरीजों की बड़ी राहत दी। साथ ही बैठने के लिए कुर्सिया, पंखे, वाटर कूलर भी लगाकर पूरी सुविधा के बीच अब दवा का वितरण कार्य शुरू कर दिया गया है।
सिम्स के एमआरडी (मेडिकल रिकार्ड डिपार्टमेंट) में दवा लेने और ओपीडी पर्ची कटवाने के लिए उमड़ने वाली भीड़ कम करने के लिए दवा वितरण केंद्र को अस्पताल भवन से बाहर परिसर में स्थापित कर दिया गया है, सोच थीं कि मरीजों को दवा आसानी से मिल सकेगा, लेकिन ये नई व्यवस्था ही अव्यवस्था बन गई थी, क्योंकि बिना किसी सुविधा की निशुल्क दवा स्टोर का संचालन शुरू कर दिया गया था, जब टीम इस नई सुविधा का जायजा लिया था तो यह बात सामने आई थी कि दवा लेने वालों की परेशानी और बढ़ गई है और इन्हें दवा लेने के लिए कम से कम दो से तीन घंटे का समय लग रहा है, जिससे यह नई सुविधा सिरदर्द साबित हो रहा है। जिसके तहत मरीज से पर्ची लेकर उनका टोकन नंबर जारी किए जाने लगा है, जैसे ही टोकन नंबर आ रहा है, वैसे-वैसे दवा दिया जा रहा है। इससे लाइन में खड़े होने की बाध्यता खत्म कर दी गई। वही बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई है और पंखें भी लगाया गया है।
साथ ही पेयजल के लिए वाटर कूलर लगा दिया गया है। यह सुविधा देने से अब मरीजों को राहत मिली है और वे बैठकर अपनी बारी का इंतजार करते हुए आसानी से दवा प्राप्त कर रहे है। इस तरह के बदलाव से मरीजों को दवा लेने के मामले में बड़ी राहत मिली है।
सीनियर सिटीजन के लिए अलग से काउंटर की सुविधा दी गई है। जिसमे सीनियर सिटीजन सीधे काउंटर में पहुंचेगा और उन्हें तत्काल दवा दिया जा रहा है। जिससे सीनिरयर सिटीजन को भी अब दवा लेने में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। इसी तरह पेंशनरों को भी इसी काउंटर से दवा दिया जा रहा है, इसकी वजह से उन्हें अब अस्पताल में प्रवेश भी नहीं करना पड़ रहा है, वे सीधे परिसर स्थित दवा सेंटर पहुंच रहे है और दवा प्राप्त कर रहे है।
खुली जगह को किया जाएगा कवर और लगेगा एसी
निशुल्क दवा सेंटर को जल्द ही कवर किया जाएगा, जिससे बाहर से आने वाली धूप, वर्षा, हवा से भी लोग बच सकेंगे। साथ ही यहां पर एसी भी लगाया जाएगा, इससे वातानुकूलित क्षेत्र में रहते हुए टोकन सिस्टम के तहत दवा लेने का इंतजार कर सकेंगे, जिससे भी मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।