MP Gehu Rate: आटा-मैदा के रेट बढ़े, गेहूं में सरकारी बिक्री नहीं हुई तो 3000 रुपये तक पहुंच सकते हैं दाम
कारोबारियों के अनुसार सरकार ने बिक्री में देर की और सितंबर के आखिर में भी गोदाम खोले तो भी गेहूं 3000 रुपये (MP Gehu Rate) पार अक्टूबर-नवंबर में बिकेगा। उस समय आटा-मैदा की त्योहारी मांग जोरों पर रहेगी। दरअसल जून से ही सरकारी बिक्री शुरू होने की उम्मीद थी।
HIGHLIGHTS
- वर्तमान में केंद्रीय पूल में गेहूं का काफी स्टॉक मौजूद है।
- स्टॉक खुले बाजार में नहीं दिए जाने बढ़ रही है कीमत।
- उम्मीद है कि अगले महीने से गेहूं की बिक्री शुरू होगी।
इंदौर (MP Gehu Rate)। गेहूं के दामों में आ रहे उछाल को लेकर अब बाजार भी चिंतित नजर आ रहा है। मिलों की ओर से भाव अब 2850 से 2900 तक बोले जाने लगे हैं। आशंका जताई जा रही है कि यदि सरकार ने गेहूं की बिक्री जल्द शुरू नहीं की तो आगे त्योहार की मांग में मिल क्वालिटी गेहूं 3000 रुपये बिकने लगेगा।
गेहूं के दामों में आ रहा उछाल
ऐसे में मिलों ने ज्यादा माल पकड़ा नहीं। अब स्टॉक खासा कम है। नतीजा दामों में उछाल आ रहा है। त्योहारी सीजन सिर पर आने के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा गोदामों में रखा स्टॉक खुले बाजार में नहीं दिए जाने से कीमतें धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं। वर्तमान समय में केंद्रीय पूल में गेहूं का काफी स्टॉक मौजूद है।
मंडियों में गेहूं की आवक कम
समझा जाता है कि आरंभिक चरण में सरकार ओएमएसएस के तहत बिक्री के लिए 25 लाख टन गेहूं का स्टॉक नियत कर सकती है। बल्क खरीदारों-फ्लोर मिलर्स एवं प्रोसेसर्स को अभी सरकारी गेहूं की सख्त जरूरत है क्योंकि घरेलू मंडियों में इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न की आवक बेहद कमजोर है और कीमतें ऊंची चल रही हैं।
अगले महीने से गेहूं की ब्रिकी शुरू होने की उम्मीद
ऐसी उम्मीद है कि अगले महीने से गेहूं की बिक्री शुरू हो सकती है। पिछले वित्त वर्ष में 28 जून 2023 से 28 फरवरी 2024 के दौरान केंद्रीय पूल से 94 लाख टन से अधिक गेहूं की रिकॉर्ड बिक्री हुई थी। इस बीच मार्केट में आटा-मैदा के दाम भी बढ़ने लगे हैं।