Cyber Fraud: अपनाएंगे आरबीआई के ये टिप्स, तो साइबर ठग लाख कोशिशें के बाद भी नहीं कर पाएंगे ठगी"/>

Cyber Fraud: अपनाएंगे आरबीआई के ये टिप्स, तो साइबर ठग लाख कोशिशें के बाद भी नहीं कर पाएंगे ठगी

बढ़ती डिजिटल टेक्नोलॉजी के कारण साइबर फ्रॉड के मामले में तेजी से सामने आए रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि अपनी बैंकिंग डिटेल्स को हमेशा सिक्‍योर रखना चाहिए। आरबीआई भी समय-समय पर कस्टमर के लिए एडवाइजरी जारी करता है, जिसमें बताया जाता है कि वह किस तरह साइबर फ्रॉड से बच सकते हैं।

HIGHLIGHTS

  1. अजनबी लिंक पर ना करें क्लिक
  2. ATM पिन किसी को भी ना बताएं
  3. फ्रॉड होने पर पुलिस से संपर्क करें

Cyber Fraud बिजनेस डेस्क, इंदौर। इन दिनों साइबर फ्रॉड के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। साइबर फ्रॉड के शिकार होकर कई बार लोग अपने जीवन भर की जमा पूंजी गवां देते हैं। साइबर फ्रॉड अलग-अलग तरीकों से ठगी की वारदातों का अंजाम देते हैं।

कई बार साइबर ठग क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने का डर दिखाकर ओटीपी ले लेते हैं, तो वहीं एसएमएस के जरिए भी ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जाता है। हालांकि, रिजर्व बैंक लोगों को इन वारदातों से बचाने के लिए समय-समय पर एडवाइजरी जारी करता है। यहां आपको बताते हैं कि किन तरीकों से बैंकिंग फ्रॉड से बचा जा सकता है।

साझा ना करें पर्सनल डिटेल्स

साइबर फ्रॉड से बचने का सबसे प्रमुख तरीका यही है कि आप अपनी पर्सनल डिटेल्स किसी के साथ भी शेयर न करें। इन डिटेल्स में बैंकिंग का पासवर्ड शामिल है। एटीएम पिन और सीवीसी किसी को नहीं बताना चाहिए, यदि कोई आपको एटीएम और क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने का डर भी दिखता है, तो भी उसके साथ भी अपना एटीएम पिन कभी शेयर ना करें।

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मैसेज सुविधा ऑन रखें

फ्रॉड की जितनी जल्दी जानकारी मिल जाए, हम उतनी ही जल्दी इसकी शिकायत दर्ज कर साइबर फ्रॉड के खिलाफ कदम उठा सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने बैंकिंग ट्रांजैक्शन के लिए इंस्टेंट अलर्ट एक्टिवेट रखें। इससे आपको किसी भी गलत ट्रांजैक्शन की जानकारी तुरंत मिल जाएगी।

महत्वपूर्ण नंबर सेव करके रखें

देश के कोई बैंक अपने कस्टमर को के लिए कई हेल्पलाइन नंबर जारी करते हैं, जिस पर कॉल कर तुरंत मदद ली जा सकती है। ऐसे महत्वपूर्ण नंबरों को अपने फोन में जरूर से करके रखें।

बैंक को तुरंत दे जानकारी

यदि आप साइबर ठकी के शिकार हो गए हैं, तो इसकी जानकारी बैंक को तुरंत दी जानी चाहिए। साथ ही पुलिस में भी शिकायत करें। ऐसे में नुकसान की भरपाई होने की संभावना बढ़ जाती है।

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