MP Tourism: मप्र के सभी टाइगर रिजर्व आज से बंद, अब 1 अक्टूबर को खुलेंगे
मध्यप्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व अब 1 अक्टूबर 2024 को खुलेंगे। गौरतलब है कि मानसून का मौसम बाघ और बाघिन के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान वे एकांतवास में साथ रहते हैं और उनके एकांतवास में कोई खलल हो तो वह खूंखार हो जाते हैं। ये उनके प्रजनन का सबसे उचित समय होता है।
HIGHLIGHTS
- पर्यटकों के लिए बंद किए गए सभी 6 टाइगर रिजर्व
- पर्यटक बफर जोन में टाइगर सफारी आनंद ले सकेंगे
- नेशनल पार्कों और टाइगर रिजर्व में 3 माह बंद रहेंगे
, भोपाल । मध्य प्रदेश के सभी 6 टाइगर रिजर्व बांधवगढ़, कान्हा, पेंच, सतपुड़ा, पन्ना और संजय धुबरी को एक जुलाई से पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि कुछ टाइगर रिजर्व के बफर जोन में टाइगर सफारी पहले ही तरह ही संचालित होती रहेगी।
प्रजनन का समय
दरअसल, यह मौसम में बाघ और बाघिन के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है वह इस इस मौसम में एकांतवास में साथ रहते हैं और उनके एकांतवास में कोई खलल हो तो वह खूंखार हो जाते हैं। जिस वजह से नेशनल पार्क बंद करने पड़ते हैं।
बफर जोन में जारी रहेगी सफारी
मध्यप्रदेश में बांधवगढ़ सहित अन्य टाइगर रिजर्व के बफर जोन में सफारी जारी रहेगी और बफर में घूमने वाले टूरिस्ट बारिश के दौरान सफारी का आनंद ले सकते हैं। गौरतलब है कि बारिश के दौरान बाघ और बाघिन संसर्ग करते हैं और इस दौरान वे एकांत में रहना पसंद करते हैं।
यही कारण है कि बारिश के दौरान दो से तीन माह के लिए पार्क बंद कर दिए जाते हैं। इसके अलावा बारिश के दौरान पार्क या अभयारण्य के कच्चे रास्तों पर वाहन चलाना काफी मुश्किल भरा हो जाता है। जंगल के अंदर वाहनों के कच्चे रास्तों में फंसने से किसी तरह का कोई हादसे का खतरा बढ़ जाता है।