Som Pradosh Vrat 2024: सोम प्रदोष व्रत 20 मई को, पितृदोष से मुक्ति के लिए करें ये उपाय"/>

Som Pradosh Vrat 2024: सोम प्रदोष व्रत 20 मई को, पितृदोष से मुक्ति के लिए करें ये उपाय

पितृदोष से छुटकारा पाने के लिए और पितरों को प्रसन्न करने के लिए सोम प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करना चाहिए।

HIGHLIGHTS

  1. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार सोम प्रदोष व्रत 20 मई, 2024 दिन को रखा जाएगा।
  2. पितृ दोष दूर होने के कारण व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो जाती है।
  3. भगवान शिव की कृपा पाने के लिए उत्तम दिन माना गया है।

डिजिटल डेस्क, इंदौर। हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है और इस व्रत के दौरान देवों के देव महादेव की विशेष पूजा की जाती है। यह व्रत हर माह के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। पौराणिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत यदि सोमवार के दिन होता है तो इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाता है। सोम प्रदोष व्रत का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ को विशेष प्रिय होता है।

कब मनाया जाएगा सोम प्रदोष व्रत

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार सोम प्रदोष व्रत 20 मई, 2024 दिन को रखा जाएगा। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, यदि इस व्रत के दौरान विधि-विधान के साथ भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है तो पितृ दोष दूर होने के कारण व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो जाती है। इस तिथि को भगवान शिव की कृपा पाने के लिए उत्तम दिन माना गया है। सोम प्रदोष व्रत के दौरान ये उपाय करने से भी जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

 

naidunia_image

शिवलिंग पर चढ़ाएं अक्षत व शहद

यदि आप कड़ी मेहनत के बाद में नौकरी में आर्थिक लाभ व प्रमोशन नहीं पा रही हैं तो सोम प्रदोष व्रत पर शिवलिंग पर अक्षत और शहद अर्पित करें। ऐसे करने से व्यक्ति को कार्यक्षेत्र में सफलता मिल मिलती और अपार धन लाभ होता है।

शिवलिंग पर अर्पित करें काले तिल

पितृदोष से छुटकारा पाने के लिए और पितरों को प्रसन्न करने के लिए सोम प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। जीवन में आ रही बाधाएं दूर हो जाती है।

कर्ज से मिलेगा छुटकारा

यदि आप कर्ज के बोझ से परेशान है तो सोम प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर दही चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को शुभ फल मिलते हैं। इसके अलावा बेलपत्र अर्पित करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर हो जाती है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button