Raigarh News: पारा चढ़ते ही घटने लगा नदी तालाबों का जलस्तर, पेयजल संकट गहराया
जिले के विभिन्न विकासखंड के 125 ग्राम पंचायतों में सरपंचों द्वारा मनरेगा के तहत कई ग्राम पंचायतों में तालाब गहरीकरण का कार्य कराई गई थी जो कागजों पर ही सीमित रही।
HIGHLIGHTS
- निस्तारी सिंचाई पेयजल की समस्या से जूझने लगे किसान और ग्रामीण
- जीवन यापन करने पानी टैंकर के सहारे हो रही जलापूर्ति
- बरमकेला में पानी हर बार की तरह पानी की समस्या गहराई
साल दर साल गिरते भूजल स्तर ने समय से पहले ही तालाब, कुआं और ढोढ़ी जैसे पारंपरिक जलस्त्रोत जवाब देने लगे हैं। इससे लोग एक-एक बाल्टी पानी के लिए जद्दोजहद करते हुए काफी दूर तक जाना पड़ रहा है। गर्मी के दौरान लोगों की पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए पीएचई विभाग हर साल खराब हुए हैंडपंप को दुरूस्त करता है, लेकिन हैंडपंप भी लगातार कम हो रहे जलस्तर का शिकार हो कर सूखने लगे है। वही शहरी एवं ग्रामीण अंचल में बोर फेल हो जाने के कारण लोगो को पानी टैंकर के सहारे जीवन यापन करने की मजबूरी हो गई है।
हालत यह है कि मई माह के दूसरे सप्ताह में ही आधे तालाबों में पानी नही है। जिसमे आने वाले दिनों में एक तिहाई को छोडक़र अधिकांश तालाब इस तरह गर्मी रही तो जलविहीन हो सकते हैं। ऐसे में लाखों ग्रामीण हजारों मवेशियों आम जनमानस को प्यास बुझाने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी। तो पानी के अभाव में खेतों में लहलहाती फसल सिंचाई के आभाव में दम तोड़ते नजर आएंगे।
वनांचल क्षेत्रों में पानी की समस्या अभी से
गोमर्डा अभ्यारण्य के वनांचल क्षेत्रों में बसे कई ग्राम पंचायत है, जिसमें तालाब की समस्या के साथ-साथ बोरवेल ने भी धोखा देना अभी से ही शुरू कर दिया है। जिसमें गंजाईभौना, ठेंगाकोट, भालूपानी, गंधराचुंआ, सराईपाली, रांपागुला, टमटोरा, सहसपानी, पठारीपाली, भडि़सार, भकुर्रा, चन्दली आदि वनांचल क्षेत्र में बसे गांवो में लोगों को तालाब का जलस्तर सूख गया है और साथ ही बोरवेल के साथ-साथ हैंडपंप से पानी नही निकल पा रही है। जिससे ग्रामीणों द्वारा गांव के साहूकार एवं गौटिया के बोरवेल से पानी लेकर काम चला रहे है।
गहरीकरण के नाम पर करोड़ों खर्च
जिले के विभिन्न विकासखंड के 125 ग्राम पंचायतों में सरपंचों द्वारा मनरेगा के तहत कई ग्राम पंचायतों में तालाब गहरीकरण का कार्य कराई गई थी जो कागजों पर ही सीमित रही। इन सरपंच सचिवों और जनप्रतिनिधियों के सांठगांठ से ही उन तालाबों का आधा-अधूरा ही गहरीकरण किया गया इसका खामियाजा जनता को उठाना पड़ रहा है। जो आने वाले पखवाड़े भर बाद और अधिक स्तर में नजर आएगा।
बरमकेला में पानी हर बार की तरह पानी की समस्या गहराई
बरमकेला ब्लाक में विगत डेढ़ दशको से पानी का गिरता जलस्तर चिंता का विषय बना हुआ है यह समस्या अपने चरम सीमा पर है। लोगो को पेयजल से लेकर सिंचाई के लिए पानी की मारामारी करनी पड़ रही है। लोग पानी के लिए पड़ोसियों से मारपीट तक करने लगे है जिसकी शिकायत भी सम्बंधित थाने में दर्ज होने लगा है।