Swapna Shastra: जब सपने में दिखे गंगा, गाय और गीता, जानें किस बात के मिलते हैं संकेत"/>

Swapna Shastra: जब सपने में दिखे गंगा, गाय और गीता, जानें किस बात के मिलते हैं संकेत

HIGHLIGHTS

  1. हिंदू धर्म में गाय को भी माता के रूप में पूजा जाता है।
  2. यदि सपने में गाय दिखाई देती है तो इसे भी शुभ संकेत माना जाता है।
  3. इसका मतलब है कि जल्द ही आपकी किस्मत चमकने वाली है।

धर्म डेस्क, इंदौर। रात में सोते समय सपने आना आम बात है, लेकिन स्वप्न शास्त्र में सपनों की व्याख्या विस्तार से की गई है। स्वप्न शास्त्र (Swapna Shastra) के अनुसार, सपने में दिखाई देने वाली हर चीज भविष्य में होने वाली घटना का संकेत देती है। इसमें कुछ चीजें नकारात्मक तो कुछ चीजें सकारात्मक व शुभ संकेत देती है। कुछ पवित्र मानी जानी वाली चीजें जैसे गीता, गाय और गंगा यदि सपने में दिखाई देती है तो इस काफी शुभ माना जाता है। इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं पंडित प्रभु दयाल दीक्षित

जब सपने में दिख जाए गंगा नदी

हिंदू धर्म में गंगा नदी को मां का दर्जा मिला हुआ है। पौराणिक मान्यता में भी गंगा नदी को काफी पवित्र नदी माना गया है। सपने में यदि गंगा नदी दिखाई देती है तो यह बहुत भाग्यशाली माना जाता है। सपने में भी यदि आप खुद को गंगा नदी में स्नान करते हुए देखते हैं तो इससे सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। यह इस बात का संकेत है तो आपके कष्ट जल्द ही खत्म होने वाले हैं और आपका शुभ समय शुरू होने वाला है।

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सपने में गौ माता के दर्शन

हिंदू धर्म में गाय को भी माता के रूप में पूजा जाता है। यदि सपने में गाय दिखाई देती है तो इसे भी शुभ संकेत माना जाता है। इसका मतलब है कि जल्द ही आपकी किस्मत चमकने वाली है। घर में सुख, शांति और समृद्धि आ सकती है। परिवार की आर्थिक तंगी दूर हो सकती है।

सपने में गीता ग्रंथ को देखना

सनातन धर्म में गीता को सबसे पवित्र ग्रंथ माना गया है। नींद के दौरान यदि गीता ग्रंथ दिखाई दे या आप गीता पढ़ते हुए या छूते हुए या खुद को गीता पाठ सुनते हुए देखें तो तो अच्छा माना जाता है। ऐसे लोगों पर भगवान कृष्ण की कृपा बरस सकती है। जीवन में प्रेम की प्राप्ति होगी। किसी बड़े संकट से मुक्ति मिल सकती है। लंबे समय से चल रहे विवादों का निराकरण होगा।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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