काम की खबर: FASTag सिक्योरिटी डिपॉजिट वापस पाना है तो फॉलो करें ये आसान टिप्स
HIGHLIGHTS
- हर कंपनी में फास्टैग में सिक्योरिटी डिपॉजिट निकालने की प्रोसेस अलग-अलग होती है।
- कुछ अकाउंट बंद होने पर ऑटोमेटिक रिफंड जारी कर देते हैं।
- अगर आपका अकाउंट इशूवर बैंक में है तो रिफंड इलेक्ट्रॉनिक रूप से सीधे आपके लिंक किए गए खाते में जमा किया जा सकता है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, इंदौर। FASTag सिस्टम आने के बाद टोल पेमेंट काफी ज्यादा आसान हो गया है। अब टोल प्लाजा पर वाहनों की लंबी कतार में लोगों को ज्यादा समय तक ठहरना नहीं पड़ता है। जब भी कोई वाहन चालक टोल प्लाजा से गुजरता है तो FASTag खाते को राशि ऑटोमेटिक कट जाती है, लेकिन कई बार यूजर्स FASTag खाते में जमा सिक्योरिटी डिपॉजिट निकालना चाहते हैं। गौरतलब है कि यूजर्स जब भी FASTag अकाउंट बनाते हैं, तो बैंक और अधिकृत संस्था को एक शुल्क देना पड़ता है। साथ ही सिक्योरिटी डिपॉजिट भी जमा करना पड़ता है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि कि कैसे आप अपना सिक्योरिटी डिपॉजिट निकाल सकते हैं।
FASTag खाते से ऐसे निकालें सिक्योरिटी डिपॉजिट
सबसे पहले अपने FASTag जारी करने वाली कंपनी के कस्टमर सर्विस से संपर्क करें। फास्टैग जारी करने वाली एजेंसी, कंपनी या बैंक का नंबर आमतौर पर वेबसाइट, मोबाइल ऐप पर आसानी से उपलब्ध होते हैं। यहां कस्टमर सर्विस पर कॉल करके इस बारे में सूचित करें। कस्टमर सर्विस प्रतिनिधि इस बारे में आपको पूरी सहायता करते हैं।
ऐसे निकालें सिक्योरिटी डिपॉजिट
अकाउंट डीएक्टिवेट होने और सभी बकाया राशि का भुगतान करने के बाद सिक्योरिटी डिपॉजिट की वापसी के लिए रिक्वेस्ट डालना चाहिए। गौरतलब है कि हर कंपनी में फास्टैग में सिक्योरिटी डिपॉजिट निकालने की प्रोसेस अलग-अलग होती है। कुछ अकाउंट बंद होने पर ऑटोमेटिक रिफंड जारी कर देते हैं, लेकिन कुछ कंपनी या बैंक में रिक्वेस्ट डालनी पड़ती है। अगर आपका अकाउंट इशूवर बैंक में है तो रिफंड इलेक्ट्रॉनिक रूप से सीधे आपके लिंक किए गए खाते में जमा किया जा सकता है।
क्या है FASTag सिक्योरिटी डिपॉजिट
FASTag सिक्योरिटी डिपॉजिट वह जमा राशि है, जो किसी भी बकाया राशि जैसे टोल ट्रांजैक्शन दौरान कम शेष राशि के खिलाफ गारंटी के रूप में जमा कराई जाती है। FASTag खाते को बंद करने की स्थिति में ये राशि रिफंडेबल होती है। लेकिन यह राशि तब ही मिलती है, जब कोई पुराना बकाया शेष न हो। FASTag सिक्योरिटी डिपॉजिट 100 रुपए से लेकर 250 रुपए तक हो सकती है।