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MP Cheetah Project: सफलता की ओर चीता प्रोजेक्ट, भारतीय जलवायु में ढल रहे चीते, 11 शावक ले चुके जन्‍म, पढ़ें 2022 से अब तक की टाइमलाइन

HIGHLIGHTS

  1. चीता प्रोजेक्ट की बड़ी उड़ान
  2. एक साल में जन्मे 11 चीते, इनमें से तीन की मौत
  3. विशेषज्ञ बोले- सफल हो रही परियोजना

MP Cheetah Project डिजिटल डेस्क, श्योपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 17 सितंबर 2022 को मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क से चीता प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी, जो अब सफलता की ओर बढ़ता दिख रहा है। पिछले एक साल में 11 चीते जन्म ले चुके हैं, हालांकि इनमें से 3 चीतों की मौत हो गई। हालांकि विशेषज्ञों की मानें तो अब चीता भारतीय जलवायु में ढल चुके हैं, जो कि परियोजना की सफलता को दर्शाता है।

बता दें कि चीता पुनर्वास परियोजना के तहत पहली बार नामीबिया से आठ चीते लाए गए थे। जिन्हें पीएम मोदी ने कूनो नेशनल पार्क के क्वारंटाइन बाड़े में छोड़ा था। इसके कुछ दिनों बाद दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए।

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चीतोंं की सफल वंशवृद्धि

कूनो वन मंडल श्योपुर के डीएफओ थिरूकुराल आर के कहते हैं कि परियोजना का मुख्य फोकस देश की धरती पर चीतों की वंशवृद्धि कराना था, जिसमें सफलता उत्साहित करती है। इसके लिए रणनीति बनाई गई। चीतों को बाड़ों में रखकर जोड़े बनाए गए। कूनों में छह मादा चीता हैं व सात नर चीता हैं। ज्वाला व आशा चीता शावकों को जन्म दे चुकी हैं। अधिकारियों का कहना है कि मादा चीतों का जोड़ा समय-समय पर बदला भी जाता है।

हालांकि कूनो में अब तक तीन शावकों समेत दस चीतों की मौत भी हुई है लेकिन परियोजना से जुड़े अधिकारी कहते हैं कि चीते अब भारतीय जलवायु में ढल चुके हैं। परियोजना सफल हो रही है।

अब तक 11 शावकों ने लिया जन्म

नामीबियाई चीता ज्वाला में मंगलवार को चार शावकों को जन्म दिया था। इससे पहले बीते वर्ष भी ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था, लेकिन मार्च में अत्यधिक गर्मी के कारण उसके तीन शावकों की मौत हो गई। वहीं एक और नामीबियाई चीता आशा ने तीन जनवरी को तीन शावकों को जन्म दिया था। इस तरह कूनो में अब तक 11 शावक जन्म ले चुके हैं, इनमें से तीन की मौत हो गई, जबकि 8 शावक जीवित है।

10 चीतों की हो चुकी है मौत

    • 26 मार्च 2023: नामीबिया से लाई गई मादा चीता साशा की किडनी इंफेक्शन के चलते मौत हो गई थी।
    • 23 अप्रैल 2023: नर चीता उदय की कार्डियक आर्टरी फेल होने के चलते मौत हो गई।
    • 9 मई 2023: मादा चीता दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत हो गई।
    • 23 मई 2023: मादा चीता ज्वाला के एक शावक की तेज गर्मी में डिहाइड्रेशन और कमजोरी के कारण मौत हो गई
    • 25 मई 2023: मादा चीता ज्वाला के दो और शावकों की मौत हो गई थी। इनकी मौत भी तेज गर्मी और लू के कारण हुई।
    • 11 जुलाई 2023: आपसी संघर्ष में नर चीता तेजस की मौत हो गई
    • 14 जुलाई 2023: आपसी संघर्ष में नर चीता सूरज की मौत हो गई।
    • 2 अगस्त 2023: इंफेक्शन से मादा चीता धात्री की मौत हो गई ।
    • 16 जनवरी 2024: को शौर्य नर चीता की मौत हो गई।

केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने जताई खुशी

वहीं हाल ही में चीता ज्‍वाला द्वारा चार शावको को जन्‍म दिए जाने पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि ‘अग्रिम पंक्ति के वन्य जीव योद्धा ज्वाला के करीब पहुंचने में कामयाब रहे, उन्होंने पाया कि उसने तीन नहीं, बल्कि चार शावकों को जन्म दिया है। इससे हमारा आनंद कई गुना बढ़ गया है। सभी को बधाई, हम प्रार्थना करते हैं कि शावक भारत में अपने घर में फलें-फूलें और समृद्ध हों।’

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