Vitamin B12 Deficiency: बच्चों में दिखें ये लक्षण तो हो जाएं अलर्ट, विटामिन-12 की हो सकती है कमी
Vitamin B12 Deficiency बच्चों में त्वचा पर पीलापन होने के साथ-साथ सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
HIGHLIGHTS
- Vitamin B12 एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करता है।
- Vitamin B12 बच्चों में तंत्रिका तंत्र को बनाए रखने और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह फेफड़ों से शरीर के ऊतकों और अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है।
लाइफस्टाइल न्यूज, इंदौर। विटामिन बी12 की कमी बच्चों में विकास को प्रभावित कर सकते हैं। Vitamin B12 एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करता है। डायटिशियन मीना कोरी के मुताबिक, Vitamin B12 बच्चों में तंत्रिका तंत्र को बनाए रखने और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह फेफड़ों से शरीर के ऊतकों और अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है।
विटामिन बी12 क्यों जरूरी
डायटिशियन मीना कोरी के मुताबिक, Vitamin B12 डीएनए और आरबीसी के उत्पादन के लिए जरूरी होता है, जो बच्चों के विकास के लिए आवश्यक है। Vitamin B12 की कमी से बच्चा एनीमिया का भी शिकार हो सकता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ऑफिस ऑफ डाइटरी सप्लीमेंट्स के अनुसार, विटामिन बी-12 की दैनिक आवश्यकता हर उम्र के लिए अलग-अलग होती है।
जन्म से लेकर 6 महीने तक के शिशुओं के लिए 0.4 माइक्रोग्राम (MCG) विटामिन-बी12 लेना चाहिए। वहीं 7-12 महीने की उम्र के बच्चों के लिए 0.5 MCG का सेवन करने की सलाह दी जाती है। 9-13 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए अनुशंसित मात्रा 1.8 MCG तक होना चाहिए। इसके लिए आप अपने फैमिली डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं।
Vitamin B12 की कमी के लक्षण
यदि कम उम्र के बच्चों में Vitamin B12 की कमी होती है तो ऐसे बच्चों को लगातार थकान व कमजोरी महसूस होती है। बच्चों में त्वचा पर पीलापन होने के साथ-साथ सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। इसके अलावा बच्चों को चक्कर आना, हाथ पैरों में झुनझुनी आना, चिड़चिड़ापन, अवसाद आदि के लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
बच्चों की डायट का रखें ध्यान
बच्चों में Vitamin B12 की कमी होने पर मांस, मछली, अंडे, दूध और डेयरी उत्पादों से भरपूर डायट जरूर देना चाहिए। यदि आपका बच्चा शाकाहारी है तो दालें, मेवे, केले, चुकंदर जैसे फल और सब्जियों से भरपूर डायट देना चाहिए।