Vamana Dwadashi 2023: 26 सितंबर को मनाई जाएगी वामन द्वादशी, इस तरह करें पूजन
Vamana Dwadashi 2023: हिंदू पंचाग के अनुसार इस वर्ष भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि 26 सितंबर सुबह 5: 01 मिनट पर शुरू होगी और 27 सितंबर की रात 1:45 मिनट पर समाप्त होगी।
HIGHLIGHTS
- वामन द्वादशी पर भगवान की पूजा विधि।
- सुख-समृद्धि के साथ मिलती है बुद्धि और विद्या।
- दान के लिए भी शुभ माना जाता है यह दिन।
Vamana Dwadashi 2023: नई दिल्ली। भगवान विष्णु के वामन रूप की उपासना का पर्व इस साल 26 सितंबर को मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को वामन जयंती पर्व मनाते हैं। इस दिन भक्त सुख-समृद्धि, बिल बुद्धि और विद्या के लिए भगवान के वामान रूप का पूजन करते हैं। ऋषि कश्यप और माता अदिती के पुत्र के रूप में भगवान ने जन्म लिया था। आइये जानते हैं इस पर्व का महत्व।
हिंदू पंचाग के अनुसार इस वर्ष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि 26 सितंबर सुबह 5: 01 मिनट पर शुरू होगी और 27 सितंबर की रात 1:45 मिनट पर समाप्त होगी। इस अनुसार वामन जयंती का पर्व 26 सितंबर को मनाया जाएगा। मान्यता के अनुसार इस दिन श्रवण नक्षत्र में वामन देव का पूजन किया जाता है, जो 26 सितंबर के दिन सुबह 9.42 तक रहेगा।
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वामन द्वादशी पर इस तरह करें भगवान का पूजन
– वामन द्वादशी के दिन सुबह स्नान के बाद भगवान विष्णु के वामन अवतार की मूर्ति चौकी पर स्थापित करें।
– इसके बाद भगवान का पंचोपचार या षडषोपचार के द्वारा पूजन किया जाता है, वहीं भक्त व्रत भी रखते हैं।
– भगवान वामन को दही के साथ मिश्री का भोग लगाया जाता है। इसके साथ दही में केसर भी मिलाया जाता है।
– वामन द्वादशी की शाम को वामन जयंती व्रत कथा को पढ़ें इसके बाद उनकी आरती करें। यह दिन दान करने के लिए भी शुभ माना गया है।
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