CG Election 2023: चुनाव में सुरक्षा को लेकर कार्यशाला में डीजीपी बोले- नक्सल प्रभावित जिलों में शांतिपूर्ण वोटिंग का लक्ष्य
HIGHLIGHTS
- शांतिपूर्ण मतदान के लिए दो दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यशाला
- कार्यशाला में शामिल हुए पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारी
- चुनाव के पूर्व, मतदान के दौरान व बाद में पुलिस की बड़ी भूमिका
रायपुर (राज्य ब्यूरो)। विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान के लिए दो दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यशाला में पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारी शामिल हुए। पुलिस कांफ्रेंस हाल में कार्यशाला को संबोधित के दौरान डीजीपी अशोक जुनेजा ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों से लेकर पहाड़ी और नक्सल प्रभावित जिलों में शांतिपूर्ण मतदान का लक्ष्य रखा गया है। चुनाव के पूर्व, मतदान के दौरान व बाद में पुलिस की बड़ी भूमिका होती है। कोई अप्रिय स्थिति निर्मित न हो ऐसा वातावरण पुलिस को बनाएं रखना होता है। शांतिपूर्ण चुनाव के संबंध में सीमावर्ती व अन्य राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के साथ इस पर रणनीति भी बन चुकी है। कार्यशाला के पहले दिन राज्य के 14 जिलों के नोडल अधिकारी एवं चुनाव सेल में पदस्थ पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यशाल में शेष 19 जिलों के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
डीजीपी ने कहा कि किसी भी प्रजातांत्रिक व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों का चुनाव महत्वपूर्ण होता है। निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराने की पूरी जवाबदारी एनफोर्समेंट एजेंसी व अन्य संस्थाओं की होती है। मतदान को प्लानिंग प्रोसेस के साथ कराना आवश्यक है, क्योंकि जब आचार संहिता लागू होगी तो इसे समझने एवं इसके अनुरूप कार्यवाही करने में पुलिस अधिकारियों को कठिनाई न हो।
जिलों से आएं प्रतिभागी यहां पर प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने जिले में जाकर मास्टर ट्रेनर के रूप वहां के अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगे। चुनाव आयोग के सहायक सीईओ नीलेश क्षीरसागर ने शांतिपूर्ण मतदान कराने के संबंध में चुनाव आयोग की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यशाला के प्रथम चरण में कुल 62 पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों ने भाग लिया।