छत्तीसगढ़ के 87 विधानसभा क्षेत्र में भाजपा निकालेगी परिवर्तन यात्रा, 12 सितंबर को दंतेवाड़ा से अमित शाह करेंगे शुरुआत
Parivartan Yatra in Chhattisgarh: राज्य सरकार के भ्रष्टाचार, वादाखिलाफी आदि मुद्दों को लेकर भाजपा ने प्रदेश में परिवर्तन यात्रा निकालने की घोषणा की है। 12 और 16 सितंबर से प्रदेश के दो स्थान दंतेवाड़ा और जशपुर से यात्रा की शुरुआत होगी।
HIGHLIGHTS
- छत्तीसगढ़ के 2989 किमी. में परिवर्तन यात्रा निकालेगी भाजपा
- शुरुआत दंतेवाड़ा और जशपुरनगर से 12 व 16 सितंबर से
- कांग्रेस सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार, वादाखिलाफी का मुद्दा
रायपुर (राज्य ब्यूरो)। Chhattisgarh News: राज्य सरकार के भ्रष्टाचार, वादाखिलाफी आदि मुद्दों को लेकर भाजपा ने प्रदेश में परिवर्तन यात्रा निकालने की घोषणा की है। 87 विधानसभा क्षेत्रों में 28 दिनों तक 2989 किमी. की इस यात्रा में पार्टी के राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय पदाधिकारी जुटेंगे। 12 और 16 सितंबर से प्रदेश के दो स्थान दंतेवाड़ा और जशपुर से यात्रा की शुरुआत होगी। दंतेवाड़ा में पहली यात्रा का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जशपुर में दूसरी यात्रा का उद्घाटन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा करेंगे। वरिष्ठ नेता भी समय-समय पर यात्राओं में शामिल होने पहुंचेंगे। यात्रा के समापन मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मिलित होंगे।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने यात्राओं के रोडमैप और कार्यक्रमों की जानकारी दी। साव ने कहा कि इस परिवर्तन यात्रा में पार्टी के राष्ट्रीय व प्रादेशिक वरिष्ठ नेताओं का भी मार्गदर्शन समय-समय पर मिलता रहेगा। भाजपा की परिवर्तन यात्रा प्रदेश की भ्रष्टाचार, वादाखिलाफी, अन्याय-अत्याचार और प्रदेश के हर वर्ग के साथ धोखाधड़ी करने वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ शंखनाद होगा। भाजपा की ये परिवर्तन यात्राएं छत्तीसगढ़ में भ्रष्ट कांग्रे सरकार की पोल खोलने का काम करेगी और जनता को बताएगी कि कैसे छत्तीसगढ़ में पिछले पौने पांच वर्ष से घपले-घोटालों की सरकार चल रही है।
यहां होगा यात्रा का रोड मैप
साव ने बताया कि मां दंतेश्वरी, माँ बम्लेश्वरी व मां महामाया देवी के आशीर्वाद से यात्रा दंतेवाड़ा से बिलासपुर तक 16 दिन में 1,728 किमी की का सफर तय करेगी और तीन संभागों के 21 जिलों तक पहुंचेगी। यात्रा के दौरान 45 आमसभाएं, 32 स्वागत सभाएं और पांच रोड शो होंगे। इस पहली यात्रा के संयोजक विधायक शिवरतन शर्मा व पूर्व मंत्री महेश गागड़ा होंगे। उनके साथ सहयोगी के रूप में निरंजन सिन्हा व सचिन बघेल रहेंगे।
दूसरी यात्रा जो 16 सिंतबर को जशपुरनगर से प्रारंभ होगी। इसके संयोजक मोतीलाल साहू, सांसद गुहाराम अजगले और प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव होंगे। दूसरे चरण में यह यात्रा 12 दिनों में दो संभागों के 14 जिलों के 39 विधानसभा क्षेत्र तक पहुचकर 1,261 किमी का सफर तय करेगी। इस दौरान 39 आमसभाएं, 53 स्वागत सभाएं और दो रोड शो होंगे। दोनों ही यात्राओं का समापन बिलासपुर में होगा। प्रतिदिन औसत तीन विधानसभा के दौरे होंगे। इसमें हर दिन एक बड़ी सभा का आयोजन भी किया जाएगा। यात्रा के दौरान प्रतिदिन छह स्वागत सभा, तीन छोटी सभा का आयोजन किया जाएगा।
भाजपा के दामन पर लगे झीरम के खून के छींटे: बैज
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि किस चीज में परिवर्तन करने के उद्देश्य से भाजपा परिवर्तन यात्रा निकालना चाहती है? छत्तीसगढ़ में परिवर्तन तो 2018 में ही आ गया है, जब जनता ने भाजपा के कुशासन और भ्रष्टाचार वाली रमन सरकार को घर बैठा दिया था।
छत्तीसगढ़ के किसानों को उनकी उपज की पूरी कीमत 2640 रुपये मिल रहा है, इस बात में परिवर्तन चाहते हैं? या छत्तीसगढ़ का किसान कर्ज मुक्त हो गया है, इस हालात में भाजपा परिवर्तन चाहती है? छत्तीसगढ़ के तेंदूपत्ता किसानों को 2500 की जगह 4000 रुपये मिल रहा, इसमें भाजपा परिवर्तन चाहती है?
छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार बहाल हो गए हैं। छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर आधा प्रतिशत से कम है। छत्तीसगढ़ की महिलाएं रमन राज से ज्यादा सुरक्षित हैं। क्या इसमें भाजपा परिवर्तन चाहती है? भाजपा की परिवर्तन यात्रा छत्तीसगढ़ के विकास विरोधी यात्रा है।
बैज ने कहा कि परिवर्तन यात्रा शब्द से भाजपा के दामन पर लगे खून के छीटे फिर उभरकर सामने आएंगे। कांग्रेस की नकल करके भाजपा परिवर्तन यात्रा निकाल रही है। कांग्रेस ने 2013 में नंदकुमार पटेल के नेतृत्व में परिवर्तन यात्रा निकाला था। भाजपा की रमन सरकार ने सुरक्षा नहीं दिया था। षडयंत्रपूर्वक एक राजनीतिक हत्याकांड होने दिया था, जिसमें कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेताओं एवं सुरक्षा कर्मियों सहित 31 लोगों की मौत हुई थी। भाजपा के दामन में झीरम घाटी के खून के छींटे लगे हुए हैं।
भाजपा की यात्रा में लोगों के चेहरे पर दिखेगी खुशियां
दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस सरकार में बस्तर खुशहाल हुआ है, सुरक्षित है। भाजपा चाहे तो कहीं से भी अपने राजनीतिक यात्रा की शुरुआत कर ले। उन्हें बस्तर के आदिवासियों के चेहरे की खुशियां दिखेगी। रमन सरकार के दौरान जेल में बंद आदिवासी रिहा दिखेंगे। रमन सरकार ने जिन 1700 आदिवासी परिवारों की जमीन छीनी थी, वो आदिवासी परिवार अब खेती करते हुए दिखेंगे।
पांचवीं अनुसूची क्षेत्र को मिले पेसा के नियम के अधिकार दिखेंगे। रमन सरकार ने जिन स्कूलों को बंद किया था, वो स्कूल खुले दिखेंगे। आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में बस्तर के बच्चे अंग्रेजी की निश्शुल्क शिक्षा लेते दिखेंगे। बस्तर में नक्सलवाद का हो रहा खात्मा दिखेगा। 15 साल के रमन सरकार में जो बस्तर विकास के लिए तरस रहा था, वही आज विकसित बस्तर के रूप में दिखेगा।