Scam in PHE: घोटाले की रािश में 2.58 करोड़ रुपये जमा, जमाकर्ता के नाम छिपा रहा विभाग"/>

Scam in PHE: घोटाले की रािश में 2.58 करोड़ रुपये जमा, जमाकर्ता के नाम छिपा रहा विभाग

Scam in PHE: ट्रेजरी ने जिन 71 फर्जी खातों को होल्ड कराया है उनमें 15 खाता धारकों की ओर से यह पैसा पीएचई मद में जमा किया गया है।

Scam in PHE:ग्वालियर  पीएचई के प्राप्ति मद में  दो करोड़ 58 लाख रुपये जमा हो चुके हैं, लेकिन यह जमा कौन करा रहा है इसकी जानकारी फिलहाल किसी के पास नहीं है। ट्रेजरी ने जिन 71 फर्जी खातों को होल्ड कराया है उनमें 15 खाता धारकों की ओर से यह पैसा पीएचई मद में जमा किया गया है। सायबर ट्रेजरी की साइट पर जाकर आनलाइन पेमेंट या फिर साइट से चालान जनरेट कर महाराज बाड़ा एसबीआइ बैंक में यह पैसा जमा कराया गया है।

ऐसे जमा कराया पैसा

पैसा जमा कराने के दो ही तरीके हैं। अलग अलग टुकड़ों में यह दो करोड़ 58 लाख की राशि जमा कराई गई है। पैसा जमा होने के बाद भी जमा कौन कर रहा है, इसकी जांच टीम से लेकर पुलिस किसी को हवा नहीं है। ट्रेजरी के अधिकारियों का कहना है कि पैसा विभाग के खाते में जमा हो रहा है। विभाग के अधिकारियों को भी इसकी जानकारी है। वहीं इस मामले में एक नया खुलासा हुआ है। वर्ष 2019 तक निजी कर्मचारी के रूप में काम कर रहे हीरालाल के रिश्तेदार राहुल आर्य को 8500 रुपये का भुगतान मिलता था।

बाबू हीरालाल का नहीं सुराग

पीएचई में 16 करोड़ 42 लाख रुपये का घोटाला हुआ है, वेतन से लेकर पीएफ, कोर्ट केस भुगतान व स्टाप वेतन के नाम पर यह पूरी बंदरबांट 2018 से पांच साल तक चलती रही। बाबू हीरालाल आर्य घोटाले के बाद से गायब है। उसका रिश्तेदार व सहयोगी राहुल भी स्कूटर छोड़ भाग गया। राहुल को इसके बाद अलग-अलग हेड में दिखाकर उसे पैसा दिया जाता रहा। इसके लिए हीरालाल और राहुल आर्य ने कभी कोर्ट केस, तो कभी एफबीसी सहित कई बार अतिरिक्त भत्तों के रूप में राशि दी गई। पीएचइ के प्राप्ति मद 0215 में अभी तक 2.52 करोड़ रुपये वापस आ चुके हैं। यह पैसा कौन वापस जमा कर रहा है, इस सवाल पर पीएचइ और ट्रेजरी दोनों विभागों के अधिकारी एक-दूसरे पर टालमटोल कर रहे हैं। पीएचइ के अधिकारियों का कहना है पैसा ट्रेजरी के माध्यम से वापस हुआ है। इसकी जानकारी ट्रेजरी के पास है। इसके अलावा अगर विभागीय स्तर पर पैसा वापस होता है तो डीडीओ को कैश वाउचर काटकर देना होता है, लेकिन यहां सीधे विभाग के मद में पैसा जमा कर दिया गया। वहीं ट्रेजरी के अधिकारियों का कहना है कि पैसा विभाग के खाते में गया है। वे चाहें तो पता लगा सकते हैं कि किन लोगों ने यह राशि विभाग को वापस की है।

पीएचई विभाग के प्राप्ति मद में यह पूरा पैसा जमा कराया गया है, सायबर ट्रेजरी की साइट के जरिए यह कोई भी कर सकता है। शासन के प्राप्ति मद में आनलाइन व चालान के माध्यम से यह कोई भी कर सकता है। पैसा जमा कराने का क्रम जारी है, साेमवार को ताजा स्थिति पता चल सकेगी।

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