Vastu Tips For Dustbin: घर में डस्टबिन किस दिशा में रखना चाहिए, जानिए क्या कहता है वास्तु शास्त्र

Vastu Tips For Dustbin: वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर हम घर में गलत दिशा में कूड़ादान रखते हैं तो मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं। आइए जानते हैं घर में डस्टबिन किस दिशा में रखना चाहिए।

HighLights

  • घर में इस दिशा में न रखें डस्टबिन।
  • पूर्व और उत्तर दिशा में न रखें डस्टबिन।
  • कहीं कंगाल न हो जाएं आप।

Dustbin Direction As Per Vastu: वास्तु शास्त्र में घर से जुड़े कई नियमों का जिक्र है। यदि इन नियमों का पालन किया जाए को घर के लोगों पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अगर हम घर में कोई वस्तु गलत दिशा में रखते हैं तो इसके नकारात्मक प्रभाव सामने आने लगते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर हम घर में गलत दिशा में कूड़ादान रखते हैं तो मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं। आइए जानते हैं घर में डस्टबिन किस दिशा में रखना चाहिए।

इस दिशा में न रखें डस्टबिन

    • वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में डस्टबिन को उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए। अगर आप इस दिशा में रखते हैं तो इसका असर घर के सदस्यों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है।
    • वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि यदि घर में कूड़ेदान को दक्षिण-पूर्व दिशा में रखते हैं तो आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
    • वास्तु शास्त्र कहता है कि घर में पूर्व या उत्तर दिशा में डस्टबिन नहीं रखना चाहिए। इससे घर में अवसाद और आर्थिक कठिनाइयां उत्पन्न हो सकती हैं।
    • डस्टबिन को बेडरूम में नहीं रखना चाहिए। दरअसल, कचरा आपके मन में आने वाले बुरे विचारों का कारण बन सकता है। डस्टबिन कितना भी साफ हो ये नकारात्मक प्रभाव डालता है।
    • अगर किसी कपल के बेडरूम में डस्टबिन रखा है तो इसका असर रिश्ते पर पड़ सकता है।

घर में डस्टबिन कहां रखना चाहिए

 

    • वास्तु शास्त्र में घर में कूड़ादान रखने की सही दिशा बताई गई है। कूड़ेदान को उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। वहीं, डस्टबिन को कभी भी घर के बाहर नहीं बल्कि अंदर रखना चाहिए।
    • घर में रखे कूड़ादान का रंग हल्का होना चाहिए। डार्क रंग के डस्टबिन अशुभ होते हैं और वास्तु दोष पैदा करते हैं।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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