धरती की आखिरी कक्षा में पहुंचा चंद्रयान-3, अगली फायरिंग 1 अगस्त को
Chandrayaan-3 Mission: चंद्रयान-3 पृथ्वी के चक्कर काट रहा है। आज (मंगलवार) पांचवें मैनूवर के बाद यह आखिरी कक्षा में पहुंच गया है। इसरो के अनुसार, चंद्रयान-3 के 127607 किमी एक्स 256 किमी ऑर्बिट में पहुंचने की उम्मीद है। ट्रांसलूनर इंजेक्शन में अगली फायरिंग 1 अगस्त को रात 12 से 1 बजे के बीच की जाएगी।
इसरो ने बताया कि धरती की कक्षा में पांचवें मैनूवर को बेंगलुरु के टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क में बैठे वैज्ञानिक अंजाम दिया गया है। 1 अगस्त की रात्रि को चंद्रयान-3 के पृथ्वी की कक्षा से निकलकर चंद्रमा की ओर रवाना हो सकता है। फिर यह चांद की कक्षा में पहुंचकर चक्कर लगाएगा।
बता दें चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को दोपहर 2.35 मिनट पर लॉन्च किया गया था। 23 अगस्त तक इसके चांद की सतह पर उतरने की संभावना है। चंद्रयान-3 धरती के चक्कर लगाते हुए चंद्रमा के ऑर्बिट में दाखिल होगा। यही मिशन का सबसे खतरनाक फेज है। इस दौरान सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास किया जाएगा।
इसरो 30 को सिंगापुर के 7 उपग्रह लॉन्च करेगा
इसरो श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से 30 जुलाई को 7 सैटेलाइट लॉन्च करेगा। ये सिंगापुर के 6 अन्य उपग्रहों समेत डीएस-एसएआर उपग्रह ले जाने वाले पीएसएलवी-सी56 के साथ लॉन्च होंगे।