किराया कम हो, शाम के बजाय सुबह इंदौर व जबलपुर के लिए चले वंदे भारत एक्सप्रेस, रेलवे के सर्वे पर यात्रियों के सुझाव

भोपाल। भोपाल से इंदौर व रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से जबलपुर के बीच चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस में किराया कम होना चाहिए। अभी दोनों ही ट्रेनों का किराया अधिक है। दोनों ही ट्रेनें भोपाल से शाम को चलती हैं, इसके बजाय इनका समय सुबह हो जाए तो यह अच्छा रहेगा। रेलवे को ये सुझाव 100 यात्रियों ने दिए हैं। असल में भोपाल रेल मंडल ने भोपाल से इंदौर व रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से जबलपुर के बीच चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए एक सर्वे किया है।

इसमें रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर यात्रियों से पूछा है कि वे वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में सफर क्यों नहीं कर रहे हैं। इसके जवाब में यात्रियों ने उक्त बातें कही हैं। दरअसल एक वंदे भारत एक्सप्रेस में एसी चेयरकार की 478 व एग्जीक्यूटिव श्रेणी की 52 बर्थ हैं। इनमें से 35 से 40 प्रतिशत बर्थ पर ही यात्री ही सफर कर रहे हैं, जो कि कुल बर्थ की तुलना में कम है। यह स्थिति दोनों ट्रेनों में है।

इसलिए रेलवे दोनों ही ट्रेनों में यात्रियों की संख्या को बढ़ाना चाहता है। इसके लिए जुलाई 2023 के पहले सप्ताह में सर्वे कराया है। उल्लेखनीय है कि ये दोनों ही ट्रेनों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 जून को हरी झंडी दिखाई थी। 28 जून से ये सप्ताह में एक दिन को छोड़कर नियमित चल रही हैं।

सर्वे में यह भी आया सामने

ज्यादातर यात्रियों ने कहा कि वे शाम के बजाय सुबह इंदौर व जबलपुर जाना चाहते हैं, लेकिन ट्रेन शाम को चलती है। शाम को भी इन ट्रेनों के चलने से पहले और बाद में दोनों ही शहरों के लिए दूसरी ट्रेनें आसानी से उपलब्ध हैं। इनमें बर्थ भी मिल जाती है। दोनों ही शहरों में पहुंचाने के समय में भी बहुत अधिक अंतर नहीं है। इंदौर जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का उज्जैन में ही ठहराव है, इसे बढ़ाना चाहिए।

पहले ही हो चुकी है 25 प्रतिशत किराया कम करने की घोषणा

वंदे भारत एक्सप्रेस समेत एसी चेयरकार व एग्जीक्यूटिव चेयरकार श्रेणी की ट्रेनों के किराये में 25 प्रतिशत की कटौती होगी। यह घोषणा रेलवे बोर्ड आठ जुलाई को कर चुका है। यह किराया उक्त श्रेणी की उन्हीं ट्रेनों में कम होगा, जिनमें लगातार एक महीने तक कुल में से 50 प्रतिशत तक या उससे कम बर्थ बुक हो रही हैं। यह निर्णय संबंधित जोन के जीएम को लेना है। पश्चिम मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस दृष्टि से भी सर्वे कराया गया है, ताकि निर्णय लेने में आसानी हो सके।

सर्वे पूरा हो गया है। रिपोर्ट जोन को भेजी जा रही है। यात्रियों ने सुझाव दिए हैं कि किराया कम किया जाए। दोनों ही ट्रेनों को शाम के बजाय सुबह इंदौर व जबलपुर के लिए चलाया जाए। इसके अलावा भी अन्य सुझाव दिए हैं। रिपोर्ट का परीक्षण कर वरिष्ठ स्तर से निर्णय लिया जाएगा।

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