Priyanka Vadra in Gwalior: मणिपुर मामले पर भी पीएम ने की राजनीति – प्रियंका गांधी, बोलीं- विपक्ष के नेताओं का किया अपमान
Priyanka Vadra in Gwalior: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ग्वालियर में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जुबानी हमला बोला। प्रियंका ने कहा कि मणिपुर दो माह से जल रहा है। घरों में आग लगाई जा रही है। महिलाओं से भयावह अत्याचार हो रहा है। हमारे प्रधानमंत्री ने 77 दिनों तक चुप्पी साधे रखी। वहां एक्शन लेना छोड़ें, एक लफ्ज नहीं कहा। एक भयावह वीडियो सामने आया तो मजबूरी में एक वाक्य बोले, लेकिन उसमें भी राजनीति घोल दी।
विपक्षी दलों को चोर कहकर किया अपमान
प्रियंका ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री पर देश में राजनीतिक सभ्यता कायम रखने का भी जिम्मा होता है लेकिन उन्होंने विपक्षी दलों को चोर कहकर उनका अपमान किया है। इतने प्रदेशों के नेता, जिन्होंने आजीवन देश के लिए संघर्ष किया। जनता के मुद्दे उठाकर राजनीति में आगे बढ़े। उनका अपमान किया।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर पांच गारंटी की घोषणा
ग्वालियर के मेला मैदान में आयोजित कांग्रेस की जनआक्रोश रैली के मंच से प्रियंका ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर पांच गारंटी की घोषणा की। प्रधानमंत्री पर हमलावर प्रियंका ने कहा कि देश की संपत्ति एक या दो बड़े बिजनेसमैनों को बेच दी है। जहां से आपको रोजगार मिलता था, उन कंपनियों को अपने मित्रों को सौंप दिया है। एक बिजनेसमैन की एक दिन की कमाई 16 सौ करोड़ रुपये है। देश के किसान की कमाई एक दिन की 27 रुपये है। उन्होंने केंद्र सरकार को महंगाई के मुद्दे पर भी घेरा। कहा सिलेंडर तो है, किंतु सिलेंडर भराने के लिए बहनों के पास पैसे नहीं हैं। खाद्य पदार्थ से लेकर चिकित्सा व शिक्षा सहित हर चीज महंगी है।
सेना की ट्रेनिंग से नौजवान वापस लौट रहे
प्रियंका ने सेना भर्ती को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा ग्वालियर-चंबल का क्षेत्र रानी लक्ष्मीबाई का क्षेत्र है। यहां से तमाम वीर जवान हमारी सरहद पर खड़े होते हैं। जब से अग्निवीर की स्कीम आई, चार साल की सेना में भर्ती कराई गई तब से क्या स्थिति है। हरियाणा में नौजवानों ने बताया कि ट्रेनिंग से ही लोग घर वापस जा रहे हैं। इतनी कड़ी ट्रेनिंग इसलिए कर रहे हैं कि चार साल बाद बेरोजगार होकर वापस आ जाएं। घर आकर किसानी से भी नहीं कमा पाएंगे।
ये पांच गारंटी दीं
उन्होंने कहा कि कांग्रेसशासित राज्य कर्नाटक, राजस्थान, हिमाचल, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने जो वादे किए उन्हें पूरा किया है। यहां भी गारंटी देती हूं। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर पुरानी पेंशन योजना लागू होगी। बहनों के खाते में 1500 रुपये प्रतिमाह भेजे जाएंगें। प्रत्येक घर को 100 यूनिट बिल्कुल मुफ्त दी जाएगी और 200 यूनिट पर बिजली का बिल आधा होगा। पूर्व की तरह किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपये में देंगे।
गोविंद सिंह ने अप्रत्यक्ष रूप से घेरा सिंधिया को
आमसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने अप्रत्यक्ष रूप से सिंधिया पर हमला बोलते हुए कहा कहा कि लक्ष्मीबाई ने संघर्ष करते हुए इसी जमीन पर अंतिम सांस ली थी। ग्वालियर के महाराजा के आग्रह पर आई थी। यदि ग्वालियर का खानदान साथ दे देता तो देश पहले ही आजाद हो जाता है।
विकास कांग्रेस बनाई। आज अपनी संपत्ति बचाने के लिए उसीी व्यक्ति ने कांग्रेस से गद्दारी कर सरकार गिराने का काम किया। तीस हजार करोड़ की जमीनें है। मध्यप्रदेश सरकार की संपत्तियां एक परिवार ने हड़प ली हैं। जहां-जहां भाजपा के लोगों ने जमीनें हड़पी हैं। शिवराज सिंह कुर्सी पकड़ मुख्यमंत्री हैं। मुआवजा देने का काम शिवराज कर रही है। करोड़ों रुपए एक परिवार के पास जा रहे हैं। यह वीर भूमि अन्याय के खिलाफ लड़ती है।
आमसभा में छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ ने कहा मध्यप्रदेश भष्ट्राचार का गढ़ बन गया है। व्यापम घोटाले की आग बुझी नहीं है। व्यापम 2 घोटाला शुरू हो गया। पटवारी भर्ती शुरू हो गया। मध्यप्रदेश घोटाले का गढ़ बन गया। युवाओं का भविष्य अंधेरे में कर दिया।
रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद प्रियंका वाड्रा मेला मैदान में आयोजित जन आक्रोश सभा को संबोधित करने के लिए पहुंची। मंच पर उनका स्वागत कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने किया। उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित कई नेता मौजूद थे। विकलांगों को सड़क किनारे खड़ा देख प्रियंका गांधी का काफिला रुका। वह गाड़ी से उतरी और विकलांगों से बात की उनसे पूछा कि केंद्र सरकार से आप को पेंशन मिलती है या नहीं।
इधर फूल बाग पर सिंधिया के खिलाफ नारे भी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने लगाए। हालांकि पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। समाधि स्थल के पास कांग्रेस ने भी सिंधिया पर टिप्पणी करते हुए पोस्टर लगाया था। जिसे पुलिस ने पलटवा दिया।
ग्वालियर में कमलनाथ के गद्दार होने संबंधित पोस्टर भी लगे मिले। इन पोस्टरों को लेकर भी ग्वालियर में विवाद की स्थिति बनी रही।