नई दिल्ली. आचार्य चाणक्य की नीतियां जीवन में सफलता हासिल करने के साथ ही कठिनाइयों का सूझ-बूझ से सामना करने का ज्ञान भी देती हैं। हालांकि हार जीत जिंदगी में लगी रहती है। परंतु तरक्की वही हासिल करता है जो लगातार सही मार्ग पर चलता रहे। आचार्य चाणक्य ने भी अपने नीति शास्त्र में कुछ बातों का जिक्र किया है, जिन्हें अगर किसी व्यक्ति ने अपने जहन में उतार लिया, उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता…
1. पहली बात
चाणक्य नीति के अनुसार जीवन में सफलता दिलाने वाली पहली बात यह है कि अगर अपने उद्देश्य को प्राप्त करना है तो आपको अपने काम के बारे में संपूर्ण जानकारी रखनी चाहिए। जैसे काम की स्थिति, स्थान, आपके सहकर्मी, सहकर्मियों के मनोविचार, अवसर आदि। अन्यथा परिस्थितियों से अनजान व्यक्ति कोई न कोई चूक कर ही बैठता है।
2. दूसरी बात
व्यक्ति को हमेशा इस बात का बोध होना चाहिए कि समय की मांग क्या है। उसके अनुकूल ही कार्य को अंजाम देना चाहिए। अपने सुख दुःख को ध्यान में रखकर योजना बनाएं। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि आप सुख के समय में अच्छी तरह काम करें वहीं अगर परिस्थितियां अनुकूल नहीं भी हैं तब भी धीरज धारण करके कर्म करते रहें। अन्यथा धैर्य खोने पर बनता काम भी बिगड़ जाता है।
3. तीसरी बात
जीवन में तरक्की पानी है तो चाणक्य नीति की तीसरी बात के अनुसार लोगों को अपने सामर्थ्य को ध्यान में रखकर ही काम करने का प्रयास करना चाहिए वरना विजय मिलने की संभावना कम हो जाती हैं। जिससे हमारी छवि पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
4. चौथी बात
जीवन में सफलता वही व्यक्ति प्राप्त कर पाता है जिसमें अपने मित्र और शत्रु के बीच भेद करने का गुण होता है। क्योंकि जहां सच्चे मित्रों के सहयोग से आप अपना काम और बेहतर तरीके से कर पाएंगे, वहीं शत्रु वेश में छुपे मित्र आपको हराने के लिए आपकी सारी मेहनत पर पानी फेर देंगे। इसलिए सही इंसान की पहचान करके ही अपना कार्य करें।