चैत्र नवरात्र पर इस बार सर्वार्थ सिद्धि और सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग का संयोग
नई दिल्ली. चैत्र नवरात्र का शुभारंभ 22 मार्च, बुधवार से होगा। इस मां दुर्गा का बहुत ही शुभ रूप में आगमन हो रहा है। देवी के इस आगमन से समस्त मानव जगत का कल्याण होगा। यही नहीं मां दुर्गा के नवरात्र में बनने वाला उत्तम योग भी इन नवरात्र को बहुत लाभ देने वाला होगा। इस बार नवरात्र में देवी मां का आगमन इस बार नौका पर होगा और प्रस्थान हाथी पर होगा । माता का आगमन धन धान्य की संपूर्णता प्रदान करने वाला होगा । जबकि माता का प्रस्थान वर्षा कारक होकर धन्य धन्य वृद्धि प्रदायक होगा । हाथी पर माता के गमन से अतिवृष्टि की स्थिति बनती है । नवरात्र के मध्य में एवं नवरात्रि के बाद वर्षा का योग बनेगा। नवरात्र में कलश स्थापना का बहुत सुंदर संयोग भी प्राप्त हो रहा है क्योंकि प्रतिपदा तिथि सूर्योदय के साथ ही आरंभ होगा जो रात में 9:23 बजे तक व्याप्त होगा । ऐसी स्थिति में संपूर्ण दिन कलश स्थापना किया जा सकता है । घर-घर पूजा जाने वाला महानवमी का पूजन 29 को होगा और राम नवमी का पर्व 30 को श्रद्धा, उल्लास से मनाया जाएगा। नवरात्र की समाप्ति से संबंधित हवन पूजा नवमी तिथि पर्यंत 30 मार्च को रात में 11:53 बजे तक किया जाएगा । श्री राम नवमी का पर्व भी 30 मार्च को मनाया जाएगा चढ़ती उतरती का व्रत रखने वाले 30 मार्च को पारण करेंगे । जबकि पूर्ण नवरात्र व्रत का पारण 31 मार्च दिन शुक्रवार को प्रातः किया जाएगा।
नवरात्र के पावन व्रत के समय 24 मार्च नवरात्र के तीसरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। 27 मार्च को भी सर्वार्थ सिद्धि योग एवं सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग का संयोग बन रहा है। 28 मार्च को द्विपुष्कर योग बनेगा । 30 मार्च को भी सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ साथ गुरु पुष्य सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग का भी निर्माण होगा। साथ ही इस वर्ष नवरात्र में ग्रहों का भी बहुत सुंदर संयोग भी बन रहा है देव गुरु बृहस्पति अपनी राशि मीन में एवं शनिदेव अपनी राशि कुंभ में गोचर करेंगे परिणाम स्वरूप तो नवरात्र का शुभ एवं पुण्य फल प्राप्त होगा।
22 मार्च दिन बुधवार को माता शैलपुत्री का पूजन अर्चन किया जाएगा।
23 मार्च दिन गुरुवार को ब्रह्मचारिणी माता का दर्शन पूजन किया जाएगा ।
24 मार्च दिन शुक्रवार को माता चंद्रघंटा का पूजन दर्शन किया जाएगा ।
25 मार्च दिन शनिवार को माता कुष्माण्डा देवी का पूजन अर्चन किया जाएगा ।
26 मार्च दिन रविवार को स्कंद माता का पूजन अर्चन किया जाएगा।
27 मार्च दिन सोमवार को कात्यायनी माता का पूजन अर्चन किया जाएगा ।
28 मार्च दिन मंगलवार को कालरात्रि माता का पूजन अर्चन किया जाएगा ।
29 मार्च दिन बुधवार को महागौरी माता का दर्शन पूजन किया जाएगा तथा 30 मार्च दिन गुरुवार को सिद्दात्री माता का दर्शन पूजन तथा नवरात्र से संबंधित हवन किया जाएगा।