छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बीजेपी का मंथन, 109 बिंदुओं का तय किया आरोप पत्र
रायपुर: भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में मंगलवार को विधायक दल की बैठक में 109 बिंदुओं का आरोप पत्र के आधार पर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को घेरने की रणनीति बनी। करीब दो घंटे चली बैठक में कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मंथन किया गया। भाजपा ने आरोप पत्र में भ्रष्टाचार और घोटालों को शामिल किया है। इसमें शराब घोटाला, कोयला परिवहन घोटाला, पीएससी में गड़बड़ी, डीएमएफ घोटाला, मनरेगा घोटाला, सीमेंट घोटाला, आत्मानंद स्कूल में घोटाला शामिल हैं।
अविश्वास प्रस्ताव पर शीघ्र चर्चा कराएं- नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि बुधवार 19 जुलाई को विधानसभा के मानसून सत्र में विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह करेंगे कि हमारे अविश्वास प्रस्ताव पर शीघ्र चर्चा कराएं। पूरा समय देकर चर्चा कराएं। भाजपा विधायक सभी तथ्यों और तर्कों के साथ अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सरकार को घेरेंगे। भूपेश सरकार के असली चेहरे को जनता के सामने उजागर करेंगे। चंदेल ने कहा कि अधिकारियों की पदस्थापना में बोली लग रही है। 5000 करोड़ से ज्यादा का राशन घोटाला हो गया। कैंपा मद में भी बंदरबांट हुई है। विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री ड रमन सिंह, धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, पुन्नुलाल मोहले, शिवरतन शर्मा, सौरभ सिंह, डा कृष्णमूर्ति बांधी, ननकीराम कंवर, डमरुधर पुजारी, रजनीश सिंह और रंजना साहू मौजूद थे।
पहले दिन स्थगित हो गई कार्रवाई
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन मंगलवार को दिवंगत विधायक विद्यारतन भसीन और पूर्व कैबिनेट मंत्री भानुप्रताप सिंह को श्रद्धाजंलि देने के बाद सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। अब 19 जुलाई को 11 बजे फिर से सदन की कार्यवाही शुरू होगी। पहले दिन कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत कार्य मंत्रणा समिति के सदस्य मौजूद रहे।