दाग-धब्बे ही नहीं, मुहांसों से लेकर सोरायसिस और एग्जिमा तक में कारगर है ये नेचुरल रेमेडी

स्किन की समस्या हर किसी को होती है। किसी को दाग-धब्बे से तो किसी को मुंहासे या एजिंग इफेक्टर से दिक्कत होती है। वहीं कुछ लोगों स्किन की गंभीर बीमारी से जूझ रहे होते हैं। स्किन पर केमिकल्स का प्रयोग और खतरनाक हो जाता है जब एलर्जी की समस्या हो। ऐसे में आपको आज एक ऐसी होम रेमेडी के बारे में बातने जा रहे हैं, जो हर प्रकार की समस्या में काम आती है। ये है ग्लिसरीन।
स्किन के लिए ग्लिसरीन क्यों होती है फायदेमंद
ग्लिसरीन एक हाइड्रेटिंग नेचुरल लोशन है। ये स्किन को हाइड्रेट रखने से लेकर स्किन पर होने वाली जलन, खुजली और अन्य परेशानियों को भी दूर करती है। ये घाव भरने वाली होती है। इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण एटोपिक डर्मेटाइटिस जैसे स्किन इंफेक्शन में भी बहुत उपयोगी होते हैं। खास बात ये है कि प्योर ग्लिसरीन बाल से लेकर पेट तक के लिए अच्छी होती है। होंठ को नर्म-मुलायम और गुलाबी बनाने में इसका बहुत बड़ा हाथ होता है।
1. एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर
ग्लिसरीन एंटी एजिंग होती है। इसमें मौजूद ह्यूमेक्टेंट यानी मॉइस्चराइज करने वाला गुण और एमोलिएंट यानी स्किन को आराम देने वाला गुण स्ट्रेटम कॉर्नियम यानी त्वचा की बाहरी परत में नमी बनाए रख सकता है। इससे  झुर्रियां, त्वचा की नमी, लोच और एजिंग के लक्षणों में सुधार होता है।
1. एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर
ग्लिसरीन एंटी एजिंग होती है। इसमें मौजूद ह्यूमेक्टेंट यानी मॉइस्चराइज करने वाला गुण और एमोलिएंट यानी स्किन को आराम देने वाला गुण स्ट्रेटम कॉर्नियम यानी त्वचा की बाहरी परत में नमी बनाए रख सकता है। इससे  झुर्रियां, त्वचा की नमी, लोच और एजिंग के लक्षणों में सुधार होता है।
2. एंटी इरिटेंट
ग्लिसरीन  स्किन इर्रिटेशन में भी लाभकारी है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) की स्टडी बताती है कि ग्लिसरीन में एसएलएस जो नामक तत्व स्किन की जलन और इर्रिटेशन में बहुत उपयोगी होती है। ग्लिसरीन में मौजूद पौलियोलसएंटी-इर्रिटेटंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी खुजली या जलन से राहत दिलाने में मददगार होता है।
3.एग्जिमा से राहत
एटोपिक डर्मेटाइटिस जो एक प्रकार का एक्जिमा होता है उसमें भी ग्लिसरीन बहुत काम आती है। ये एग्जिमा से राहत देकर स्किन को नमी प्रदान करता है।4. सोरायसिस में फायदेमंद
सोरायसिस स्किन की एक गंभीर समस्या है। इसमें स्किन पर लालिमा के साथ खुजली होती है और स्किन जली हुई और कड़ी होने लगती है। सोरायसिस में ग्लिसरीन युक्त जेल का उपयोग प्रभावकारी है। इससे स्किन में होने वाली चीज़ यानी जलन से भी राहत मिलेगी और स्किन की ड्राइनेस और रुखापन भी दूर होगा।
5. त्वचा को कोमल बनाने में मददगार
कोमल त्वचा की चाह ग्लिसरीन के उपयोग से पूरी की जा सकती है। दरअसल, ग्लिसरीन एक प्रभावकारी हुमेक्टैंट यानी त्वचा को नमी प्रदान करने वाला तत्व है। ग्लिसरीन जैसे पदार्थों से बनाया गया मॉइस्चराइजर त्वचा के लिए कई प्रकार से फायदेमंद हो सकता है। ग्लिसरीन युक्त मॉइस्चराइजर का प्रयोग न सिर्फ फाइन लाइन को कम कर सकता है, बल्कि रूखी त्वचा को चिकना और मुलायम भी बना सकता है ।
6. स्किन की इलास्टिसिटी सुधारने वाला
ग्लिसरीन स्किन की इलास्टिसिटी को सुधारता है। यूवी किरणों के अत्यधिक संपर्क में आने से होने वाली दिक्कतों को दूर करने के साथ ग्लिसरीन फाइन लाइन्स को मिटाता है।

7. घाव भरने और संक्रमण नियंत्रण के लिए

ग्लिसरीन का उपयोग त्वचा को कोमल बनाने के साथ ही घाव भरने और संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए भी किया जा सकता है। एनसीबीआई पर प्रकाशित एक रिसर्च में ग्लिसरीन युक्त जेल घाव के लिए उपयोगी पाया गया है। यह एंटीबैक्टीरियल घटक की तरह काम करके घाव को भरने में मददगार हो सकता है। घाव से निकलने वाले द्रव्य के रिसाव पर भी असर कर सकता है। इसके अलावा, ग्लिसरीन का एंटीबैक्टेरियल गुण संक्रमण को फैलने से भी रोकता है।

8. मुंहासों के लिए
मुंहासों की समस्या को दूर करने के लिए ग्लिसरीन का उपयोग लाभदायक हो सकता है। एनसीबीआई की रिपोर्ट में एक्ने पर ग्लिसरीन लगाने से फायदे को बताया गया है। मुंहासों का एक कारण त्वचा में नमी की कमी हो सकता है। ग्लिसरीन में नमी को बरकराब बनाए रखने वाला हुमेक्टैंट गुण होता है। यही कारण है कि मुंहासों की समस्या में इसका गुलाब जल के साथ इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, ग्लिसरीन में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव भी होता है, जो एक्ने की सूजन को दूर कर सकता है।

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