छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल जारी, टीएस सिंहदेव ने कहा- आंदोलन उचित नहीं
रायपुर। हजारों स्वास्थ्य कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर होने से स्वास्थ्य व्यवस्था की कमर टूट रही है। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने की वजह से अब मरीजों का इलाज प्रभावित होने लगा है। आंबेडकर अस्पताल, जिला अस्पताल, डीकेएस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में सर्जरी व वार्डों में इलाज की व्यवस्था सीधे तौर बाधित हो रही है।
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव- हड़ताल उचित नहीं
इधर, स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि हड़ताल उचित नहीं है। उम्र सीमा बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं, लेकिन कई ऐसी मांगें हैं, जिसे पूरा करना संभव नहीं है। वे दो महीने की नौकरी में 13 महीने की तनख्वाह देने की मांग कर रहे हैं।
स्वास्थ्य केंद्रों में भी मरीजों को चिकित्सा सेवाएं भी नहीं मिल पा रही है। जिला अस्पताल व डीकेएस अस्पताल में व्यवस्था बनाने के लिए नर्सिंग छात्रों की ड्यूटी तो लगाई गई है, लेकिन इस तरह के प्रयास चिकित्सा सेवाओं को प्रभावित कर रहे हैं।
बता दें राजधानी समेत प्रदेशभर के 60 हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी पिछले पांच दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। रायपुर के नया रायपुर में तूता स्थित धरना स्थल पर बड़ा आंदोलन चल रहा है। शनिवार को भी हजारों कर्मचारी धरना स्थल पर एकत्रित होकर नारेबाजी करते रहे।
स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि वेतन विसंगति, नियमितीकरण समेत 24 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन प्रदर्शन चल रहा है। अब तक शासन स्तर पर मांगों को लेकर किसी तरह का प्रयास नहीं किया गया है। डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के साथ स्वास्थ्य संगठन के पदाधिकारियों की बैठक हुई, लेकिन यह भी बेनतीजा साबित हुआ है।
स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आलोक मिश्रा, महामंत्री अश्वनी गुर्देकर आदि ने बताया कि मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से भी चर्चा करने की कोशिश की गई है। हमें संदेश मिला है कि धरना खत्म करने के बाद ही चर्चा करेंगे। लेकिन जितने संगठनों ने ऐसा किया है, उसे कोरे आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। इसलिए कर्मचारी संगठन अनिश्चितकालीन प्रदर्शन समाप्त करने के मूड में नहीं है। कर्मचारियों ने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी प्रदर्शन जारी रहेगा। रविवार को छुट्टी की वजह से दो घंटे प्रदर्शन कार्यक्रम चलेगा। सोमवार से दिनभर प्रदर्शन जारी रहेगा।
मरीजों को नहीं मिल पा रहा इलाज
प्रदर्शन की वजह से इमरजेंसी, वार्डों व लैब में कर्मचारी ना होने से व्यवस्था चौपट हो गई है। बाबूओं के हड़ताल की वजह से कार्यालयीन कामकाज प्रभावित हो गया है। अस्पताल में स्थिति बिगड़ने की वजह से अस्पताल प्रबंधकों के पास लगातार शिकायतें पहुंच रही है। लेकिन मरीजों को बेहतर सेवाएं दे पाने में अपनी असमर्थता जताने लगे हैं।