यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद की तो चुकानी पड़ेगी ‘असली कीमत’
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने रविवार को कहा कि अगर चीन यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को सैन्य सहायता प्रदान करता है तो उसे वास्तविक कीमत चुकानी पड़ेगी।
सुलिवान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह युद्ध बीजिंग के लिए वास्तविक जटिलताएं प्रस्तुत करता है। बीजिंग को अपने निर्णय लेने होंगे कि वह कैसे आगे बढ़ता है, क्या सैन्य सहायता प्रदान करता है। अगर चीन को रूस को सैन्य सहायता प्रदान करता है तो उसे कीमत चुकानी होगी। अमेरिका सिर्फ सीधी धमकियां नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका दांव और परिणाम दोनों ही बता रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका यह बयान यूक्रेन युद्ध के एक महत्वपूर्ण बिंदु पर आया। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास खुफिया जानकारी है कि चीनी सरकार रूस को युद्ध में उपयोग के लिए ड्रोन और गोला-बारूद उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है। सूत्रों के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि बीजिंग ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है, क्योंकि रूस और चीन के बीच उपकरणों की कीमत और दायरे के बारे में बातचीत चल रही है।
सुलिवन ने कहा कि लोगों के साथ यह कह सकता हूं कि युद्ध अप्रत्याशित है। एक साल पहले, सभी कुछ ही दिनों में कीव के पतन के लिए तैयारी कर रहे थे। एक साल बाद, जो बाइडन कीव में राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ खड़े होकर घोषणा कर रहे थे कि कीव खड़ा है।
क्रीमिया पर रूस के कब्जे को अमेरिका नहीं देगा मान्यता
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने रविवार को कहा कि अमेरिका क्रीमिया पर रूस के कब्जे को न तो कभी मान्यता देता है और न ही कभी देगा। प्रायद्वीप यूक्रेन का हिस्सा है। संयुक्त राज्य अमेरिका प्रायद्वीप के रूस के कथित कब्जे को न तो मान्यता देता है और न ही कभी मान्यता देगा।