IPL में कैसे होगा वर्कलोड मैनेज, BCCI फ्रेंचाइजियों से करेगी बात
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अक्टूबर-नवंबर में घर में होने वाले 50 ओवर के विश्व कप से पहले खिलाड़ियों के वर्कलोड की निगरानी के लिए आईपीएल के 16वें संस्करण से पहले फ्रेंचाइजियों के साथ बैठक करने की योजना बना रहा है। नए साल वाले दिन हुई बीसीसीआई की एक मीटिंग में कहा गया था कि नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) आईपीएल फ्रेंचाइजियों के साथ मिलकर खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेज करेगी। अगर कुछ बड़े खिलाड़ियों को आईपीएल के कुछ मैचों में रेस्ट दिया जाए तो ये करना होगा।
सूत्रों ने द टेलीग्राफ को बताया कि बैठक में फ्रेंचाइजियों को बताया जाएगा कि एनसीए खिलाड़ियों की फिटनेस पर कैसे नजर रखना चाहता है। हाल ही में खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण बोर्ड को ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। रविंद्र जडेजा के अगले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के दौरान एक्शन में लौटने की उम्मीद है, लेकिन जसप्रीत बुमराह की उपलब्धता अभी भी संदेह के घेरे में है। बुमराह काफी समय से टीम से बाहर हैं और पहले दो टेस्ट मैचों के लिए भी नहीं चुने गए हैं।
फ्रेंचाइजियों को अभी तक यह पता नहीं है कि कौन से 20 खिलाड़ियों के पूल को मेगा इवेंट के लिए शॉर्टलिस्ट किया है और उनके साथ किस तरह का व्यव्हार होना है। रिपोर्ट्स की मानें तो बीसीसीआई फ्रेंचाइजियों को बड़े खिलाड़ियों को सिर्फ मैच में आराम देने की बात नहीं कर रही, बल्कि बोर्ड चाहता है कि मैच से पहले और मैच के बाद की फिटनेस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। जैसे कि एक खिलाड़ी प्रैक्टिस सेशन में कितनी गेंदबाजी करेगा। अगर किसी को चोट की समस्या होगी तो सीधे बोर्ड को सूचित करना होगा।
आईपीएल 2020 में देखा गया था कि रोहित शर्मा हैमस्ट्रिंग इंजरी के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कई मैचों से बाहर हो गए थे, लेकिन टूर्नामेंट के अहम मैच में नजर आए थे। यहां तक कि वे चार मैचों में खेल नहीं पाए थे, लेकिन नॉक आउट मैचों में खेलने उतरे थे। एक फ्रेंचाइजी के मालिक ने कहा, “बीसीसीआई किसी खिलाड़ी को तब तक आराम देने का निर्देश नहीं दे सकता, जब तक कि वह अनफिट न हो। आखिरकार, खिलाड़ियों का फ्रेंचाइजियों के साथ अनुबंध होता है।”