पहली बार खौफ के साए में रूस, मॉस्को में ऊंची बिल्डिंग पर तैनात किए मिसाइल लॉन्चर और डिफेंस सिस्टम
नई दिल्ली. रूस-यूक्रेन युद्ध को अब सालभर होने को हैं लेकिन दोनों पक्ष टस से मस नहीं हो रहे। रूस के खिलाफ यूक्रेन को पश्चिमी देश मदद कर रहे हैं, इससे उसकी सैन्य क्षमता बढ़ गई है। यूक्रेन ने हाल के दिनों में रूस पर जवाबी आक्रमण तेज कर दिए हैं। यूकेन को अमेरिका ने हाल ही में 90 कॉम्बैट वाहन और पैट्रिएट मिसाइल देने का ऐलान किया है।
इस बीच, रूस को इस बात की चिंता सता रही है कि यूक्रेन राजधानी मॉस्को पर मिसाइल हमला कर सकता है। इससे बचने के लिए रूस ने मॉस्को की ऊंची-ऊंची बिल्डिंग पर मिसाइल लॉन्चर और एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम की तैनाती की है। इसी क्रम में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आधिकारिक आवास के निकट एंटी एयर मिसाइल सिस्टम तैनात किया गया है।
‘द डेली मेल’ के मुताबिक, रूसी रक्षा मंत्रालय के राष्ट्रीय रक्षा प्रबंधन केंद्र (NTsUO) की छत पर एक पैंटिर-एस1 रक्षा प्रणाली दिखाई दी है, जो व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन पर आक्रमण के कमांड सेंटर, फ्रुन्ज़ेंस्काया के पास है।
एक वीडियो में उसी शक्तिशाली प्रणाली को क्रेमलिन से डेढ़ मील दूर तगांका जिले के टेटरिंस्की लेन में एक छत पर ले जाते हुए दिखाया गया है। एक अन्य वीडियो क्लिप में, नोवो-ओगारेवो में रूसी राष्ट्रपति के कंट्री रिट्रीट के करीब एक और पैंटिर-एस1 कॉम्प्लेक्स की तैनाती दिखाई गई है। साफ है कि ये तैनातियां रूसी ठिकानों को यूक्रेनी ड्रोन या मिसाइलों के हमले से बचाने के लिए की गई हैं।
एक रूसी टेलीग्राम चैनल मिलिट्री इन्फॉर्मेंट ने यह तथ्य कबूल किया है कि 1.2 करोड़ की आबादी वाला मॉस्को अब सुरक्षित नहीं रह गया है। हालिया एंटी मिसाइल सिस्टम की तैनाती ने यह भी तथ्य उजागर किया है कि रूसी सेना अब यूक्रेन सेना के संभावित हमलों से डरी हुई है।
बुधवार को मॉस्कों में दो जगहों पर आधुनिक एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात करने की तस्वीरें सार्वजनिक हुईं थीं। इनमें से एक शहर के उत्तर पश्चिम में तिमिर्याज़ेव कृषि अकादमी से संबंधित है और दूसरा पूर्वोत्तर में लोसिनी द्वीप के एक राष्ट्रीय उद्यान की है, जहां एंटी मिसाइल सिस्टम की तैनाती के लिए पेड़ गिराए गए थे। डेली मेल के मुताबिक, मास्को में आधा दर्जन साइटों पर इस तरह की तैनाती की खबरें हैं।