अंजलि को कार से घसीटकर मारने वालों पर लगेगी हत्या की धारा, कंझावला कांड में MHA के निर्देश
दिल्ली के कंझावला कांड में दिल्ली पुलिस की स्पेशल कमिश्नर शालिनी सिंह की अध्यक्षता वाली जांच कमेटी की ओर से केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) को रिपोर्ट सौंप दी गई है। रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को इस मामले में आरोपियों पर सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामले की गंभीरता और साक्ष्यों के आधार पर दिल्ली पुलिस को कंझावला केस के आरोपियों पर एफआईआर में आईपीसी की धारा 302 (हत्या) जोड़कर मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को मामले में जल्द से जल्द आरोपपत्र दायर करने का निर्देश दिया है ताकि दोषियों को सजा मिल सके।
इसके साथ ही, गृह मंत्रालय ने इस मामले में दिल्ली पुलिस को तीन पीसीआर वैन व दो पिकेट में ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करने का निर्देश दिया है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने इस बाबत रिपोर्ट तैयार की थी।
अधिकारियों ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को पीसीआर वैन, पुलिस पिकेट अधिकारियों को अपना कर्तव्य निभाने में असफल रहने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने का भी निर्देश दिया है।
हर 15 दिन में देनी होगी रिपोर्ट
दिल्ली पुलिस को भी यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है कि जांच में कोई ढिलाई न हो और वे जांच की प्रगति के संबंध में गृह मंत्रालय को हर 15 दिन में रिपोर्ट सौंपे।
गृह मंत्रालय ने कहा कि राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए भी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि लोग, खासकर महिलाएं और बच्चे भयमुक्त माहौल में रह सकें। इस संबंध में गहन जांच की जाएगी कि क्या बेहतर समन्वय के लिए पीसीआर वैन इकाइयों को जिला पुलिस के साथ जोड़ दिया जाए। पीसीआर वैन को कुछ साल पहले जिला पुलिस से अलग कर दिया गया था।
बाहरी दिल्ली में उन इलाकों की पुलिस द्वारा उचित जांच की जाएगी जहां सीसीटीवी कैमरे कम हैं या नहीं हैं और जिन इलाकों में ‘स्ट्रीट लाइट’ नहीं है। पुलिस ऐसे क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे और स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए नागरिक एजेंसियों के साथ समन्वय करेगी।
क्या है मामला?
बता दें कि, नए साल के पहले ही दिन तड़के एक युवती अंजलि सिंह की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी थी। टक्कर के बाद कार में फंस गई युवती को आरोपी करीब 12 किलामीटर तक सड़कों पर घसीटते रहे, जिससे उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।