Hathras Stampede Cause: सत्संग स्थल से बाबा के जाने के बाद भक्त करने लगे थे यह काम, जो बना भगदड़ का कारण
यूपी में हाथरस जिले के फुलरई गांव में यह सत्संग चल रहा था। यहां हाथरस, एटा और कासगंज के साथ ही राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड से भी श्रद्धालु आए थे। मरने वालों में 7 बच्चे, एक पुरुष और 108 महिलाएं हैं।
HIGHLIGHTS
- यूपी के हाथरस में मंगलवार को मची थी भगदड़
- अब तक 116 लोगों की मौत, 20 श्रद्धालु घायल
- नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) फरार
एजेंसी, हाथरस (Hathras Satsang Accident)। यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है। 20 से अधिक घायल हैं। पुलिस जांच में जुटी है। इस बीच, हादसे का सही-सही कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसको लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं।
मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि सत्संग के समय करीब 1 लाख लोग मौजूद थे। सत्संग खत्म करने के बाद जैसे ही नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) का काफिला मौके से गुजरा। इसके बाद कुछ भक्त रज (धूल) लेने के लिए नीचे छूके, लेकिन पीछे से भीड़ का दबाव इतना था कि लोग एक दूसरे के ऊपर गिरने लगे। भगदड़ का कारण यही रहा।
हाथरस में भगदड़ का कारण, यह थ्योरी भी चर्चा में
कुछ अन्य लोगों का कहना है कि सत्संग का आयोजन चारों तरफ से बंद टेंट में हो रहा था। करीब एक लाख लोग जुटने के कारण गर्मी और उमस हो रही थी। लोग घबराने लगे थे।