डेयरी संघ ने दूध के दामों में 10 रुपये का इजापा किया
मनेंद्रगढ़
देश में बढ़ती महंगाई ने सबका जीना मोहाल कर रखा है। आए दिन डीजल पेट्रोल की कीमतें बढ़ती है। वस्तुओं का दाम बढ़ता जा रहा है। लेकिन कोई उपाय समझ नहीं आ रहा है। भारत सरकार ने हाल ही में दूध से जड़े सभी उपक्रमों में जीएसटी लगाई थी।
जिसकी वजह से कई बड़े डेयरी उत्पाद अपने प्रोडक्ट के दामों में वृद्धि किए थे। अब हाल ही में लोकल डेयरी फॉर्मों ने भी अब दाम बढ़ा दिए हैं। जिसको लेकर अब आम जनता के मन में संतोष का भाव है। क्योंकि एक ही रेट में दूध बेंच कर महंगे रेट में अन्य उत्पाद खरीदना महंगा पड़ता था।
मामला छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ का जहां दूध विक्रेता डेयरी के पुरानी खरीदी रेट से परेशान हो कर हड़ताल पर उतर आए थे। लेकिन अब मामला कंट्रोल में है। डेयरी संघ ने दूध के दामों में 10 रुपये का इजापा किया है।
पशुपालकों का कहना था कि जब देश में महंगाई बढ़ रही है तो फिर दूध का सालों वही रेट क्यूं? हमारा बहोत सारा काम दूध के बेचने से निकलता है। लेकिन महंगाई होने का कारण हम कोई भी काम सुचारु रुप से नहीं कर पाते हैं। समित का कहना का है कि हम पशुपालको की बात से पूरी तरह से सहमत हैं। डेयरी समिति की बात सुन कर पशुपालकों ने प्रस्तावित हड़ताल वापस ली है