पुलिस ने मुक्तसर के गांव समे वाली में दबिश देकर 30 लाख रुपये की नकदी बरामद की
दिल्ली: विजिलेंस टीम ने बर्खास्त नारकोटिक्स कंट्रोल सेल के इंस्पेक्टर परमिंदर बाजवा की निशानदेही पर उसके ससुराल मुक्तसर के गांव समे वाली में दबिश देकर 30 लाख रुपये की नकदी बरामद की है। उल्लेखनीय है कि 20 जुलाई को उक्त इंस्पेक्टर और उसके तीन साथियों ने दो लोगों पर एक किलो हेरोइन व पांच लाख रुपये की ड्रग्स मनी के झूठे केस में फंसाकर उनकी 81 लाख रुपये की धनराशि खुर्द बुर्द कर ली थी।
जब खुलासा हुआ तो इंस्पेक्टर और उसके साथी फरार हो गए थे। पुलिस ने इंस्पेक्टर के तीन साथियों को हिमाचल के ऊना से काबू किया है और तीन दिन पूर्व बाजवा को राजस्थान के झालागढ़ जिले के रायपुर से गिरफ्तार किया है। बाजवा चार दिन के पुलिस रिमांड पर चल रहा है। अधिकारियों के मुताबिक भंवर लाल निवासी परिक बास, थाना कालू, बीकानेर, राजस्थान ने 20 जुलाई को पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई थी कि लुधियाना में रहते उसके भाई अशोक जोशी ने अपने गौतम नामक कर्मचारी को टैक्सी ड्राइवर कवलजीत सिंह के द्वारा मोगा से 86 लाख रुपये की अदायगी लेने भेजा था।
परन्तु उस दिन उक्त इंस्पेक्टर बाजवा ( 348/ फिरोजपुर) ने सहायक सब- इंस्पेक्टर अंग्रेज सिंह ( 145/ फिरोजपुर) और राजपाल सिंह ( 1235/ फिरोजपुर) और हवलदार जोगिन्द्र सिंह ( 145/ फिरोजपुर) के साथ मिलकर उक्त टैक्सी को रोक कर उसके भाई के कर्मचारी और टैक्सी चालक से सारी रकम यानी 86 लाख रुपये जब्त कर लिए थे।
ओशैओशपुलिस मुलाजिमों ने कर्मचारी गौतम और टैक्सी ड्राइवर से एक किलो हेरोइन और पांच लाख रुपये की ड्रग्स मनी की बरामदगी दिखा थाना फिरोजपुर छावनी में एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत झूठा केस दर्ज कर दिया था। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एएसआई अंग्रेज सिंह, राजपाल सिंह और हवलदार जोगिन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया जोकि अब जेल में बंद हैं। बाजवा को पुलिस रिमांड पर लिया है, उससे पूछताछ चल रही है।