प्रेम प्रसंग के चलते युवक युवती ने लगाई फांसी,, घर से 4 किलोमीटर की दूरी पर मिला शव
बांसवाड़ा। प्रेमी युगल का शव जंगल में पेड़ से लटका मिला। चुन्नी के एक छोर पर लड़की लटकी हुई थी, जबकि दूसरे छोर पर युवक लटका था। शवों में कीड़े लग चुके थे। दूर तक आ रही दुर्गंध को तलाशते हुए दोनों परिवार इस जंगल तक पहुंचे, जहां उन्होंने शवों की शिनाख्त की। युवक-युवती तीन अगस्त से लापता थे। परिवार उनकी तलाश कर रहा था।
रिश्ते में मृतक मामा-बुआ के लड़के-लड़की हैं, जिनके आपसी संबंधों में बारे में परिवार को बिल्कुल भी जानकारी नहीं है। दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं। युवक का पिता कुछ सालों पहले यहां घर जमाई के तौर पर रहने लगा था। मामला लोहारिया थाने का है। थाना प्रभारी CI पूरणमल ने बताया कि दावड़िया तोरणा जंगल में नाले के किनारे गहराई वाले इलाके में कीकर के पेड़ से दोनों शव लटके थे। शव लड़की की चुन्नी से लटके थे। परिजनों ने शव की शिनाख्त भुवासा निवासी शांता (20) पुत्री भारतु अहारी और वंदेलापाड़ा (भुवासा) निवासी कमलेश (20) पुत्र दिनेश डामोर के तौर पर की गई है। दिनेश का पिता शादी के बाद यहां अहारी परिवार में घर जमाई बनकर आया था। तब से यहीं रह रहा था।
वहीं भुवासा में ही दिनेश की बहन का विवाह हुआ था। इसलिए युवक मामा का लड़का था, जबकि लड़की बुआ की बच्ची थी। परिजन पूरी तरह अनजान युवक-युवती के एक साथ मिले शव को लेकर परिवार को भी आश्चर्य हुआ। थाना प्रभारी पूरणमल ने बताया कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग जैसी बातों से परिवार अनजान है। युवक-युवती साक्षर बताए जा रहे हैं। लेकिन, दोनों ही मजदूरी करते थे, जबकि दोनों परिवार खेती-बाड़ी पर आश्रित हैं। देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।
घर से 4 KM दूर है जंगल
थाने की सीमाएं भी अलग भुवासा गांव हकीकत में मोटागांव थाना क्षेत्र में आता है। परिवार के मुताबिक लापता युवक-युवती की मोटागांव थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी, जबकि उनका शव लोहारिया थाना क्षेत्र स्थित वनविभाग के जंगल में मिला। दोनो की तलाश कर रहे परिवार ने पहले मोटागांव पुलिस को सूचना दी। बाद में थाना क्षेत्र सीमा ज्ञात होने पर मोटागांव पुलिस ने लोहारिया थाने को मामले की जानकारी दी। शाम करीब 5 बजे पोस्टमार्टम हुआ।