उदयपुर में चाचा ने की भतीजे की हत्या
सरगुजा : अपने सगे संबंधियों की हत्या करने के मामले सरगुजा में अपराध बढ़ते जा रहे हैं. हाल ही में चाचा ने भतीजे की हत्या और माता पिता ने अपने ही मासूम की हत्या की थी. आज फिर एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जब चाचा ने मिलकर भतीजे को मौत के घाट उतार दिया है. मृतक की पत्नी गुमसुदगी की आस में पति का इंतजार करती रही. लेकिन जब उसे पता चला की पति को मार दिया गया है. तब पुलिस ने मामले में तफ्तीश तेज की और आरोपी पकड़े गये.
राई चुआ गांव की कौशिल्या पण्डो ने उदयपुर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई की करीब डेढ़ महीने पहले मेरे पति शिवप्रसाद पण्डो घर से बिना बताएं कहीं चले गये थे. जिनका गुमने की रिपोर्ट थाना उदयपुर में की थी. लेकिन मुझे गांव के ही जगत केवट ने बताया कि ” शिवप्रसाद पंडो को गांव के ही चार लोगों ने मिलकर जान से मार दिया है. और शव को जंगल के माडा(खोह) में छिपा दिये हैं. बड़ी बात यह है की आरोपी मृतक के रिश्ते में चाचा हैं.
महिला की रिपोर्ट पर तत्काल अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया. पुलिस ने जांच टीम गठित की और जांच में पता चला कि घटना के दिन मृतक शिवप्रसाद पंडो घर में अकेला था. जिसकी सूचना आरोपी चंदोरिहा पंडो को मिली थी. सूचना पर चंदेरिहा ने बीरबल पण्डो, कैलाश पण्डो, बिझरिहा पण्डो को बुलाया .सभी आरोपी एक साथ रात के करीब 9 से 10 बजे के बीच शिवप्रसाद पंडो को खोजने उसके घर जा रहे थे.तभी शिवप्रसाद पंडो गांव में ही तालाब के किनारे मिल गया.
आरोपियों ने शिव प्रसाद को लाठी-डंडे एवं मुक्के से मारकर उसकी हत्या कर दी. मृतक के शव को अटेम नदी के किनारे माडा (खोह) में डाल दिया. इसके बाद सभी आरोपी अपने-अपने घर आ गए. चारों आरोपियों ने जमीन विवाद एवं रोज-रोज की लड़ाई झगड़े से तंग आकर हत्या करना स्वीकार किया है. आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है.