जनवरी 2023 तक रहें सतर्क, मकर, तुला समेत इन राशियों पर है शनि की नजर
नई दिल्ली. शनि देव वर्तमान में मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। जहां ये 16 जनवरी 2023 तक विराजमान रहने वाले हैं। फिर इसके बाद शनि देव कुंभ राशि में प्रवेश कर जायेंगे। शनि देव जिस राशि में स्थित होते हैं उस राशि समेत इनकी नजर अन्य 4 राशियों पर भी रहती है। जिनमें से दो राशियों पर शनि ढैय्या तो 3 पर शनि साढ़े साती का प्रभाव देखा जाता है। शनि के किसी भी राशि में गोचर करने की अवधि वैसे तो ढाई साल की होती है लेकिन कई बार इस ग्रह का राशि परिवर्तन 1 साल में दो बार भी हो जाता है। ऐसा शनि के वक्री अवस्था में जाने के कारण होता है। साल 2022 में भी शनि ने दो बार राशि बदली है।
-28 अप्रैल 2022 तक शनि मकर राशि में विराजमान थे।
-29 अप्रैल को शनि ने कुंभ राशि में गोचर शुरू कर दिया था।
-फिर 5 जून से शनि ने अपनी वक्री चाल शुरू की।
-12 जुलाई को शनि ने वक्री अवस्था में एक बार फिर से अपनी पिछली गोचर राशि मकर में प्रवेश किया।
-23 अक्टूबर 2022 को शनि वक्री से मार्गी होंगे।
-साल 2022 के अंत तक मकर राशि में ही विराजमान रहेंगे।
-17 जनवरी 2023 में अपनी गोचर राशि कुंभ में वापस आ जायेंगे।
तीन राशियों पर है शनि साढ़े साती: इस समय धनु, मकर और कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती चल रही है। जिनमें से धनु वालों पर इसका आखिरी चरण है, मकर वालों पर दूसरा तो कुंभ वालों पर पहला चरण चल रहा है। 17 जनवरी 2023 तक का समय मकर वालों के लिए सबसे कष्टदारी है। क्योंकि शनि साढ़े साती का दूसरा चरण काफी मुश्किल माना जाता है।
दो राशियों पर है शनि ढैय्या: वर्तमान में मिथुन और तुला वालों पर शनि ढैय्या चल रही है। ऐसे में इन राशियों के लिए समय थोड़ा भारी है। किसी भी काम में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।