राजस्थान के दो श्रद्धालुओं की मौत, व्यापारी सहित कई लापता
श्री गंगानगर. जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से कई लोगों की मौत हो गई। इसमें श्रीगंगानगर के यातायात थाना प्रभारी रहे सुशील खत्री सहित दो जने शामिल थे। इसके अलावा इलाके के एक व्यापारी सहित कई जने लापता बताए जा रहे हैं। बादल फटने के बाद सैलाब टैंटों के बीच से बहने लगा था। इससे श्रद्धालुओं के बीच हाहाकार मच गया। इसकी चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो गई। राहत और बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ की टीमों ने कई शवों को मलबे से निकाला है।
एडीएम प्रशासन डॉ हरीतिमा ने बताया कि श्रीगंगानगर जिला प्रशासन की कश्मीर के डिवीजन कमीश्नर के साथ बात हुई है। उन्होंने बताया कि इस हादसे में श्रीगंगानगर के सुशील खत्री और खत्री की बेटी की सास सुनीता वधवा की मृत्यु हो हुई है। ट्रैफिक थाने के सीआइ रहे सुशील खत्री अपने समधी मोहनलाल वधवा, समधन सुनीता रानी वधवा सहित परिवार के कई लोगों के साथ अमरनाथ यात्रा पर गए थे। वहां शुक्रवार को बादल फटा तो ये लोग उसकी चपेट में आ गए। वधवा श्रीगंगानगर न्यू क्लॉथ मार्केट के अध्यक्ष रह चुके हैं। वधवा सहित कई लोगों के बारे में अभी तक सूचना नहीं मिली है। इस परिवार के अन्य सदस्य सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
पाली-आबूरोड का जत्था श्रीनगर में ठहरा
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने को लेकर चिंता बढ़ गई, लेकिन उदयपुर से यात्रा ले जाने वाले कार्यकर्ताओं का कहना है कि उदयपुर के यात्रियों के सभी ग्रुप वहां से निकल चुके है। अधिकांश तो एक से दो जुलाई के बीच दर्शन कर निकल गए थे। यात्रा ले जाने वाले मूलचंद सिंधी बताते हैं कि एक ग्रुप गुरुवार को ही वहां से रवाना हुआ था। इधर, दूसरा जत्था लेकर गए चन्द्रशेखर गहलोत ने बताया कि वे अभी श्रीनगर ही है और यात्रियों को लेकर होटल में ठहरे है। इस जत्थे में पाली व आबूरोड क्षेत्र के यात्री है। गहलोत ने बताया कि शनिवार को वहां की स्थिति देखकर निर्णय किया जाएगा। वे बताते हैं कि वैसे उदयपुर के अधिकांश यात्री पहले निकल चुके हैं। पहला जत्था जो उदयपुर के पीपली चौक से गया था वह एक दिन पहले गुरुवार को ही उदयपुर पहुंचा था।