छोटी सी बात पर बहन को Whatsapp पर किया ब्लॉक, फिर भाई के लिए लिख डाला इतना लंबा लेटर!
एक बहन का अपने भाई के लिए प्यार किसी मां से कम नहीं. अपने भाई के प्रति बहन का प्यार बचपन से ही बिना शर्त का होता है, हालांकि समय के साथ थोड़ा गैप आने लगता है, लेकिन फीलिंग्स कम नहीं होती. आजकल जब हमें किसी की याद आती है तो हम अपना फोन उठाते हैं और उस व्यक्ति को कॉल करते हैं या मैसेज करते हैं. फिलहाल, विशेष मौके जैसे बर्थडे या फिर किसी भी एनिवर्सरी पर फीलिंग्स और अधिक होती है. स्पेशल फील कराने के लिए कुछ अलग करना होता है.
भाई के लिए लिखा डाला इतना लंबा लेटर
केरल के इद्दुकी जिले के पीरमाडे की एक इंजीनियर कृष्णाप्रिया अपने छोटे भाई के साथ इस साल के वर्ल्ड ब्रदर्स डे के मौके पर साथ नहीं थी. उसका भाई एक छात्र है. काम में ज्यादा व्यस्त होने के कारण वह अपने 21 साल के भाई कृष्णप्रसाद को विश करना भूल गई. कृष्णप्रसाद ने अपनी बहन को कई मैसेज भेजे, जिसका उसने घंटों तक ध्यान नहीं दिया. बाद में, उसने उसे यह बताने के लिए कुछ स्क्रीनशॉट भी भेजे कि दूसरों ने उसे हैप्पी ब्रदर्स डे विश किया, लेकिन उसने नहीं किया.
गुस्से में भाई ने व्हाट्सऐप पर कर दिया था ब्लॉक
इस बात से निराश होकर कि कृष्णाप्रिया ने उन्हें ब्रदर्स डे पर विश नहीं किया और उसके मैसेज का जवाब भी नहीं दिया, तो कृष्णप्रसाद ने उसे व्हाट्सएप पर ब्लॉक कर दिया. कृष्णाप्रिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मैं उसे विश करना भूल गई. मैं आमतौर पर उसे फोन करती हूं या उसे ब्रदर्स डे पर मैसेज भेजती हूं लेकिन मैं इस साल अपने बिजी शेड्यूल के कारण विश नहीं कर पाई. मैंने देखा कि उसने मुझे दूसरों से मिले सभी विशेज के स्क्रीनशॉट भेजे हैं. हम मां-बेटे की तरह रिश्ता शेयर करते हैं. मैं दुखी थी क्योंकि उसने मुझसे बात करना बंद कर दिया और यहां तक कि मुझे व्हाट्सएप पर ब्लॉक भी कर दिया.
ब्रदर्स डे विश करना भूल गई थी बहन
ब्रदर्स डे पर विश करना भूल गई तो कृष्णाप्रिया ने बातचीत की भरपाई के लिए 25 मई से उसे एक पत्र लिखना शुरू किया. कृष्णाप्रिया ने कहा कि उन्होंने A4 पेपर शीट पर लेटर लिखना शुरू कर दिया, लेकिन जल्द ही उसे एहसास हुआ कि अपने भाई के लिए जो कुछ भी लिखना है, उसे एक लंबे पेपर की जरूरत है. उसने आगे कहा, ‘मैं एक लंबा कागज चाहती थी और खरीदने के लिए एक स्टेशनरी की दुकान पर गई. लेकिन मुझे बताया गया कि केवल लंबा पेपर रोल ही उपलब्ध हैं जो बिलिंग पेपर हैं. मैंने 15 रोल खरीदे और 12 घंटे में सारे रोल पर लेटर लिख डाला.’
बहन ने 30 मीटर रोल पर लिखा लेटर
एक बार लेटर लिखने का काम पूरा हो जाने के बाद सभी रोल्स को पोस्ट ऑफिस ले जाने से पहले एक साथ इकट्ठा करने की चुनौती थी. बहन ने आगे बताया कि मेरे लिए बड़ी चुनौती लेटर को पैक करना था, क्योंकि हर रोल 30 मीटर का था. मैंने इसे एक बॉक्स के अंदर रखने के लिए सेलो टेप और गोंद का इस्तेमाल किया.
डाकघर ने बिना किसी सवाल के पैकेज स्वीकार कर लिया. कृष्णप्रिय ने बताया कि इसका वजन 5.27 किलोग्राम था. जब दो दिन बाद कृष्णप्रसाद को लेटर मिला, तो भाई ने शुरू में इसे जन्मदिन का तोहफा समझा. कृष्णाप्रिया ने कहा, ‘उसके हाथ में पार्सल मिला और उसने सोचा कि मैंने उसे जन्मदिन का उपहार भेजा है. वह लेटर खोलने के बाद उलझन में था. बाद में वह लेटर पढ़कर बेहद खुश हुआ.’ वह अब तक लिखे गए सबसे लंबे लेटर के रिकॉर्ड के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में पहले ही आवेदन कर चुकी हैं.